RTI से खुलासा: योगी के जनता दरबार में रद्दी की तरफ फेंक दिया जा रहा है फरियादियों को प्रार्थना पत्र

सीएम योगी के जनता दरबार को लेकर चौकाने वाला खुलासा हुआ है। एक आरटीआई में ये जानकारी मिली है कि योगी के जनता दरबार का कोई रिकॉर्ड मेन्टेन नहीं किया जा रहा।

दरअसल संजय शर्मा की आरटीआई के जवाब में सीएम ऑफिस के जन सूचना अधिकारी की ओर से बताया गया कि, सीएम ऑफिस के पास अब तक हुए जनता दरबारों की संख्या, जनता दरबारों में आए फरियादियों की संख्या का कोई रिकॉर्ड नहीं है।

इतना ही नहीं, जनता दरबारों नें आए फरियादियों के प्रार्थना पत्र भी यहां कूड़े के भाव में रखे जा रहे हैं क्योंकि उनका कोई डाटा मेनटेन नहीं किया जा रहा।

इसके साथ ही जनता दरबारों नें आए फरियादियों में से कितनो की समस्याएं सॉल्व हो गई हैं, इसकी भी जानकारी सीएम ऑफिस के पास नहीं है।

समाजसेवी संजय शर्मा ने यह आरटीआई 8 अप्रैल को फाइल की थी। उन्होंने जनता दरबार से सम्बंधित 14 बिंदुओं पर सूचना मांगी थी। जिसके जवाब में सीएम ऑफिस के जन सूचना अधिकारी सुनील कुमार मंडल ने उन्हें ये जानकारी दी।