पहले भारतीय मुस्लिम आईएएफ प्रमुख इदरीस हसन लतीफ का इंतकाल

भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल इदरीस हसन लतीफ का एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। सूत्रों ने बताया कि लतीफ सितंबर, 1978 से अगस्त 1981 के बीच भारतीय वायुसेना के प्रमुख थे। उन्हें एसपिरेशन निमोनिया की शिकायत के बाद 25 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका शाम साढ़े चार बजे निधन हो गया। लतीफ 18 साल की उम्र में 1941 में रॉयल इंडियन एयर फोर्स में शामिल हुए थे। इसके बाद वो साल 1981 में सेवानिवृत्त हुए थे।

बाद में उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल और फ्रांस में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया था। इदरीस हसन लतीफ के निधन पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दुःख जताया है। सीतारमण ने कहा कि एयर चीफ मार्शल इदरीस हसन लतीफ के निधन का बहुत दुख है। उनके परिवार और मित्रों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। राष्ट्र उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए हमेशा कृतज्ञ रहेगा।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और महाराष्ट्र के गवर्नर सी विद्यासागर राव ने लतीफ की मौत पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि लतीफ ने विभिन्न क्षमताओं में राष्ट्र की सेवा की थी और वो देश का गौरव थे। वह निजाम कॉलेज, हैदराबाद के छात्र थे और वायु सेना में विभिन्न क्षमताओं में काम कर एयर चीफ मार्शल बने।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लतीफ परम विश्व सेवा पदक भी प्राप्तकर्ता थे। महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर राव ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की। राज्यपाल के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान लतीफ ने राज्य के विकास में गहरी दिलचस्पी ली। महाराष्ट्र में विश्वविद्यालयों के कुलपति के रूप में लतीफ ने राज्य में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए गंभीर प्रयास किए।