मणिपुर के पहले मुस्लिम सांसद हाजी अब्दुल सलाम नहीं रहे

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मणिपुर के राज्य सभा सांसद हाजी अब्दुल सलाम का लम्बी बीमारी के बाद कल रात को इम्फाल में निधन हो गया। हाजी सलाम की उम्र 69 थी। उनके परिवार में बीवी, एक बेटा और पांच बेटियां हैं।

हाजी अब्दुल सलाम मणिपुर के पहले मुस्लिम राज्य सभा सांसद थे, वो 2014 से राज्य सभा में थे। वो  वाबगाइ इलाके से लगातार तीसरा, छठा, और आठवां चुनाव जीत कर सांसद बने। साथ ही हाजी अब्दुल मणिपुर की कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष भी रह चुके है।

1 मार्च 1948 थोबल ज़िले के हिइबोंग मखोंग में जन्मे हाजी अब्दुल सलाम ने गुहाटी यूनिवर्सिटी से एलएलबी करने के बाद राजनीती विज्ञानं में एमए किया।

देश के उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने हाजी अब्दुल सलाम की मृत्यु पर शौक व्यक्त करते हुए कहा कि सलाम को मणिपुर के लोगो की सेवा करने के लिए जाना जाएगा। उनकी मौत की खबर सुन कर मैं काफी दुखी हूँ।

हामिद अंसारी ने आगे कहा कि हाजी अब्दुल के परिवार के साथ उनकी पूरी सहानुभूति है। वो उनको श्रद्धांजलि देते हुए उनकी आत्मा की शान्ति की प्रार्थना करते हैं।

साथ ही राहुल गांधी ने हाजी अब्दुल की मौत पर शौक व्यक्त करते हुए कहा कि सांसद सलाम साहब उनके निधन से बेहद दुखी हैं। हाजी अब्दुल सलाम एक अनुभवी कांग्रेस के सदस्य थे, एक समाजिक कार्यकर्ता थे और उन्होंने मणिपुर के लोगो के3 उदार के लिए खुद को समर्पित किया था।