आम बजट में दस करोड़ परिवारों को इलाज के लिए पांच लाख रुपये सिर्फ़ ‘जुमला’- पी चिदंबरम

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने अपना चौथा और अंतिम पूर्णकालिक बजट आज सदन में पेश किया। बजट को लेकर सरकार जहां अपनी पीठ थपथपा रही है वहीं विपक्ष ने बजट पूरी तरह से फेल बताया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्री जेटली पूरी तरह से फेल रहे हैं।

उन्होंने का कि बजट में वित्त मंत्री जेटली ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये प्रति साल इलाज के लिए देने का वादा किया है जो पूरी तरह से जुमला है।

साथ ही उन्होंने कहा कि बजट रोजगार के नए अवसर पैदा करने की कहीं कोई बात नहीं है। पी. चिदंबरम ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी मुद्रा योजना पूरी तरह से फेल है और इससे कहीं कोई नौकरी नहीं मिला है और ना ही आगे किसी को मिलेगा।

साथ ही उन्होंने मध्यम वर्ग को टैक्स में राहत नहीं मिलने को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार टैक्स के जरिए 31 हजार करोड़ रुपये लोगों से लेगी और उन्हें महज 8 हजार करोड़ रुपये का फायदा देगी।

साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को खरीफ की फसलों पर MSP का डेढ़ गुना ज्यादा देने की बात कही गई है। लेकिन इसको लेकर कोई एक्शन प्लान नहीं बताया गया है।

उन्होंने कहा कि जेतली राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में फेल हुए हैं और इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे। चिदंबरम ने कहा कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.2 फीसदी पर रखा गया था लेकिन इसके 3.5 फीसदी पर पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि इसके गंभीर परिणाम जल्द सामने आएंगे।