वाशिंगटन: अमेरिका के आंतरिक खुफिया एजेंसी एफबीआई के पूर्व निदेशक जेम्स कोमी ने कहा है कि रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इरादतन हस्तक्षेप किया था। उन्होंने कहा कि साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने में रूस की भूमिका को लेकर कोई अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह योजनागत तरीके और तकनीकी विशेषज्ञता के सहारे डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस पहुंचाने में मदद के लिए किया गया था।
एफबीआई के पूर्व निदेशक ने खुफिया मामलों की सीनेट की सेलेक्ट कमेटी को बहुप्रतीक्षित सुनवाई के दौरान बताया, ”उन्होंने (रूस) ऐसा खास मकसद के साथ किया। उन्होंने इसे विशेषज्ञता के साथ किया। उन्होंने इसे जबर्दस्त तकनीकी प्रयास के साथ ऐसा किया। यह सरकार के शीर्ष से चलाया गया सक्रिय अभियान था।”
गौरतलब है कि मई महीने में कोमी को एफबीआई के निदेशक पद से बर्खास्त कर दिया गया था। कोमी कहा कि यह आकलन अमेरिका के संपूर्ण खुफिया समुदाय का उच्च आत्मविश्वास वाला निर्णय है। यह एक करीबी भुलावा नहीं है। यह हुआ है। लगभग दो घंटों तक चले गवाही के दौरान कोमी ने कहा, “ट्रंप ने उन्हें बर्खास्त किया क्योंकि रूसी हस्तक्षेप की जांच कर रहा था।”
सुनवाई के दौरान उन्होंने यह भी कहा, ”मैं एक तरह से बदलाव के लिए बर्खास्त किया गया। या प्रयास यह था कि जिस तरह रूस की जांच की जा रही है उसका तरीका बदला जाए।” इसके बाद उन्होंने जोड़ा कि कि बर्खास्त किए जाने के फौरन बाद उन्होंने ट्रंप के साथ अपनी बातचीत इस उम्मीद में लीक की थी कि इस कदम से ट्रंप के अभियान के रूसी संबंधों की जांच के लिए विशेष वकील की नियुक्ति की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जब मुझे बर्खास्त किया गया तब ट्रंप ने यह कहकर अमेरिकी जनता को गुमराह किया कि एफबीआई अव्यवस्थित स्थिति में है। हालांकि अफवाह भर था।