यमन के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला सालेह, जिन्हें कुछ ही लोगों की मौजूदगी में दफनाया गया

सना। होती विद्रोहियों ने यमन पर तीन दशकों से शासन करने वाले पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्लाह सालेह को राजधानी सना में दफ़न कर दिया है। बता दें कि इस मौके पर सालेह के परिवार के कुछ ही लोगो को उनकी जनाजे में शामिल होने की इजाजत दी गई।

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खबर के मुताबिक, सालेह की पार्टी से संबंध रखने वाले सूत्र ने अपना नाम जाहिर न करने के शर्त पर बताया कि होती विद्रोहियों ने अब्दुल्लाह सालेह के रिश्तेदारों में से 10 से भी कम लोगों को उनकी आखिरी रश्मों में शामिल होने की इजाजत दी। उनहोंने बताया कि सालेह को 10 दिसंबर की रात राजधानी सना में दफ़न किया गया। उनहोंने यह नहीं बताया कि उसे किस जगह दफ़न किया गया।

सालेह की राजनीतिक पार्टी जेनरल पिपुल्ज कांग्रेस (जीपीसी) ने खुलासा किया था कि 75 वर्षीय अली अब्दुल्लाह सालेह (4 दिसंबर) सोमवार को ईरान समर्थित होती विद्रोहियों के एक हमले मारा गया था। बता दें कि होती विद्रोहियों के साथ मिलकर सऊदी नेतृत्व गठबंधन के खिलाफ लड़ने वाले सालेह की हत्या तब हुई जब उनहोंने होतियों को छोड़ कर सऊदी नेतृत्व गठबंधन में शामिल होने का संकेत दिया था।