बुरहान वाणी की पहली बरसी पर कश्मीर में पूर्ण हड़ताल, पूरे कश्मीर में प्रतिबंध लागू

श्रीनगर: हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान मुजफ्फर वाणी की पहली बरसी पर शनिवार को कश्मीर घाटी में अलगाववादी नेतृत्व अपील पर पूर्ण हड़ताल रही। जिसकी वजह से आम जीवन रुक कर रह गई। इस दौरान प्रशासन ने घाटी के विभिन्न हिस्सों सहित त्राल, शोपियां और तरहगाम समेत श्रीनगर के कई कस्बे में कर्फ्यू लागू करदी। जबकि बाक़ी क्षेत्रों में धारा 144 सीआरपीसी के तहत चार या इससे अधिक व्यक्तियों के एक जगह जमा होने पर प्रतिबंध लागू कर दी, इससे अलगाववादी नेतृत्व द्वारा दिए गए ‘त्राल चलो’ की कॉल को विफल बना दिया गया।

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कश्मीर प्रशासन ने अलगाववादी नेताओं और कार्यकर्ताओं को किसी भी जुलूस या रैली का हिस्सा बनने से रोकने के लिए पहले से ही पुलिस थानों या उनके घरों में नजरबंद कर दिया था। लेकिन प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा के बावजूद कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं।

उल्लेखनीय है कि बुरहान वाणी जो कश्मीर सेनानियों के पोस्टर ब्वॉय कहलाता था, को पिछले साल 8 जुलाई को दक्षिण जिला अनंतनाग में एक झड़प के दौरान दो साथियों समेत मार दिया गया था। बुरहान सोशल मीडिया में सकिर्य होने के कारण घाटी भर में बेहद लोकप्रिय था।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाटी में बुरहान वाणी की बरसी के मौके पर शांति और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल और राज्य पुलिस तैनात कर रखी गई है। इसके अलावा इंटरनेट और रेल सेवाओं को भी एहतियाती कदम के रूप में बंद रखा गया है।