महाराष्ट्र के अहमदनगर में गुंडागर्दी दिखाने पर भड़की भीड़ ने गौरक्षकों की पिटाई कर दी। इस हमले में सात गौरक्षक घायल हुए हैं। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में हत्या की कोशिश का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
खबर के मुताबिक़, शनिवार शाम यहाँ श्रीगौंडा पुलिस स्टेशन के पास कुछ लोगों की भीड़ ने गौरक्षकों को पीटा।
दरअसल इससे पहले गौरक्षकों ने पुलिस के साथ मिलकर गाय वध के शक में एक टेंपो वाले को रोका था, जिससे यह लोग नाराज़ थे।
टेंपो के मालिक वाहिद शेख और ड्राइवर राजू फितरूभाई शेख को महाराष्ट्र पशु संरक्षण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में खुद को ‘मानद पशु कल्याण अधिकारी’ बताने वाले पुणे के शिवशंकर राजेंद्र स्वामी ने कहा कि हर शनिवार को कश्ती गांव में जानवरों का प्रसिद्ध बाजार लगता है। वो और 11 गौरक्षकों की एक टीम शनिवार सुबह श्रीगोंडा तालुका यह पता करने आए थे कि इस बाजार में गायों को अवैध रूप से तो नहीं लाया जाता।
उन्होंने आगे बताया,“हमें जानकारी मिली थी कि एक टेंपो गायों की अवैध तस्करी करता है। हमने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस की सहायता से उस टेंपो को शाम करीब एक बजे होटल तिरंगा के पास रोक लिया गया। 10 बैल और 2 गायों को बचाया गया।