गौरी लंकेश हत्याकांड की राहुल गाँधी से लेकर इफरान हबीब ने की निंदा, PM मोदी का ट्विट फिर गायब

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की देश भर में कड़ी निंदा हो रही है। राजनेताओं के अलावा, पत्रकारों, समाजसेवियों और फिल्मी दुनिया से जुड़ी हस्तियों तक ने इस हत्या को लोकतंत्र पर हमला बताते हुए दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किए जाने की मांग की है।

सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर काफी गुस्सा नज़र आ रहा है। कई बड़ी हस्तियों ने ट्वीट कर हमले की आलोचना की है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गौरी लंकेश की हत्या पर दुख जताया। साथ ही उन्होंने लिखा कि सच को कभी खामोश नहीं किया जा सकता है।

राहुल ने लिखा, ‘सच को भी खामोश नहीं किया जा सकता। गौरी लंकेश हमारे दिलों में रहती हैं। उनके परिवार को मेरी संवेदना और प्यार। दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए।”

स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने इस घटना को पनसारे और कलबुर्गी से जोड़कर देखा। उन्होंने लिखा, “इस हत्या का भी मक़सद विरोध की आवाज़ को दबाना है”।

गीतकार जावेद अख्तर ने भी इस घटना को ढ़बोलकर, पनसारे और कलबुर्गी से जोड़ते हुए हत्या के पीछे गहरी साजिश की ओर इशारा किया।

इतिहासकार इरफान हबीब ने इस हत्या पर नाराज़गी जताते हुए लिखा, “गौरी लंकेश की हत्या सिर्फ दुखद नहीं बल्कि बहुत डरावनी है, एक बहादुर पत्रकार को जान देकर असहमति की कीमत चुकानी पड़ी”।

फिल्म निर्देशक शिरीष कुंदर ने लिखा, “जब बुद्धीजीवी होना गाली बन जाए तो शब्दों का जवाब गोली की गूंज होती है”।

बता दें कि गौरी लंकेश की बीते कल बेंगलुरु में राज राजेश्वरी नगर स्थित उनके आवास के बाहर कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। 55 वर्षीय गौरी लंकेश सप्ताहिक मैगजीन लंकेश पत्रिके की संपादक थीं।

ग़ौरतलब है कि गौरी दक्षिणपंथी संगठनों के खिलाफ मुखर थीं और कई कट्टर हिंदूवादी संगठनों से उन्हें धमकियां भी मिल रही थीं। पिछले साल बीजेपी सांसद जोशी की ओर से दायर अवमानना के मामले में गौरी को दोषी पाया गया था।

उन्हें छह माह की सजा और दस हजार का जुर्माना देना का आदेश दिया गया था। उनकी इस हत्या की वजह दक्षिणपंथी ताकतों से लोहा लेना बताया जा रहा है।