वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की देश भर में कड़ी निंदा हो रही है। राजनेताओं के अलावा, पत्रकारों, समाजसेवियों और फिल्मी दुनिया से जुड़ी हस्तियों तक ने इस हत्या को लोकतंत्र पर हमला बताते हुए दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किए जाने की मांग की है।
सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर काफी गुस्सा नज़र आ रहा है। कई बड़ी हस्तियों ने ट्वीट कर हमले की आलोचना की है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गौरी लंकेश की हत्या पर दुख जताया। साथ ही उन्होंने लिखा कि सच को कभी खामोश नहीं किया जा सकता है।
राहुल ने लिखा, ‘सच को भी खामोश नहीं किया जा सकता। गौरी लंकेश हमारे दिलों में रहती हैं। उनके परिवार को मेरी संवेदना और प्यार। दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए।”
The truth will never be silenced. Gauri Lankesh lives on in our hearts. My condolences &love to her family. The culprits have to be punished
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 5, 2017
स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने इस घटना को पनसारे और कलबुर्गी से जोड़कर देखा। उन्होंने लिखा, “इस हत्या का भी मक़सद विरोध की आवाज़ को दबाना है”।
Pansare, Kalburgi and now Gauri Lankesh!
Same pattern: shot by masked men
Same motive: Silence voices of dissent?
Same forces? https://t.co/CYrOMeuTgX— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) September 5, 2017
गीतकार जावेद अख्तर ने भी इस घटना को ढ़बोलकर, पनसारे और कलबुर्गी से जोड़ते हुए हत्या के पीछे गहरी साजिश की ओर इशारा किया।
Dhabolkar , Pansare, Kalburgi , and now Gauri Lankesh . If one kind of people are getting killed which kind of people are the killers .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) September 5, 2017
इतिहासकार इरफान हबीब ने इस हत्या पर नाराज़गी जताते हुए लिखा, “गौरी लंकेश की हत्या सिर्फ दुखद नहीं बल्कि बहुत डरावनी है, एक बहादुर पत्रकार को जान देकर असहमति की कीमत चुकानी पड़ी”।
Killing of #GauriLankesh is not only tragic but terribly scary as well. Mere dissent or disagreement as a brave journalist cost her life.
— S lrfan Habib (@irfhabib) September 5, 2017
फिल्म निर्देशक शिरीष कुंदर ने लिखा, “जब बुद्धीजीवी होना गाली बन जाए तो शब्दों का जवाब गोली की गूंज होती है”।
When "intellectual" becomes an abuse, words are replied with bullets.
RIP #GauriLankesh.
— Shirish Kunder (@ShirishKunder) September 5, 2017
बता दें कि गौरी लंकेश की बीते कल बेंगलुरु में राज राजेश्वरी नगर स्थित उनके आवास के बाहर कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। 55 वर्षीय गौरी लंकेश सप्ताहिक मैगजीन लंकेश पत्रिके की संपादक थीं।
ग़ौरतलब है कि गौरी दक्षिणपंथी संगठनों के खिलाफ मुखर थीं और कई कट्टर हिंदूवादी संगठनों से उन्हें धमकियां भी मिल रही थीं। पिछले साल बीजेपी सांसद जोशी की ओर से दायर अवमानना के मामले में गौरी को दोषी पाया गया था।
उन्हें छह माह की सजा और दस हजार का जुर्माना देना का आदेश दिया गया था। उनकी इस हत्या की वजह दक्षिणपंथी ताकतों से लोहा लेना बताया जा रहा है।