‘गौरी लंकेश को हिन्दू आतंकी संगठनों ने मारा’

लेखक एमएम कलबर्गी की घातक शूटिंग के ठीक दो साल और पांच दिन के बाद बीते मंगलवार को वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या ने यह साफ कर दिया है कि हिंदूवादी ताकतें अभी भी अपना काम कर रही हैं, जो उनको चुनौती देने वाले बुद्धिजीवियों को टारगेट कर रही हैं।

जब इस हत्या के मकसद के पीछे कई थ्योरीज़ सामने आई हैं, जिनमें नवंबर 2016 का धारवाड़ के बीजेपी सांसद प्रहलाद जोशी और बीजेपी नेता उमेश दुषी का मानहानी केस भी शामिल है। गौरी लंकेश के वकील बीटी वंकटेश ने यह साफ किया है कि यह हत्या हिंदू आतंकी संगठनों द्वारा की गई पूर्व नियोजित एक नापाक हरकत है।

वंकटेश ने  कहा, “हमें यह साफ तौर पर कहने दीजिए कि हिंदू आतंकी संगठनों ने गौरी लंकेष को मार डाला। उन्होंने आरएसएस, भाजपा और इन हिंदुत्व सेनाओं का विरोध किया और यह हत्या नफरत की राजनीति के खिलाफ़ उस आवाज़ को खामोश करने के लिए की गई है। इसका सभी मानहानि के मामलों के साथ कुछ लेना-देना नहीं”।

हत्या के एक दिन बाद हूट से बात करते हुए वंकटेश ने कहा कि लंकेश के राज्य भर में कई मामले हैं। मैं इन मामलों में से कई में उनका बचाव कर रहा हूं। यह मामला हुब्ब्ली में छोटा था और हमने 30 दिनों के भीतर अपील की और सजा को निलंबित कर दिया गया।

यह एक बहुत ही व्यवस्थित संगठित और नियोजित हत्या थी जिसे प्रोफेसर कलबर्गि की हत्या के अंदाज़ में किया गया। उन्होंने आगे कहा कि हिंदू आतंकी संगठनों ने उनकी हत्याओं के लिए स्लीपर सेल्स को भर्ती किया है।