इस्लाम को आतंकवाद की जड़ कहना ग़लत: जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल

म्यूनिख: जर्मनी की चांसलर एंजेला मोर्केल ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन के प्रतिभागियों में स्पष्ट किया कि इस्लाम बतौर धर्म किसी रूप में भी आतंकवाद का स्रोत नहीं है. इस्लामी आतंकवाद के उन्मूलन के लिए आवश्यक है कि मुस्लिम राज्यों को भी आतंकवाद के खिलाफ जारी जंग का हिस्सा बनाया जाए.

न्यूज़ 18 इंडिया के अनुसार, मोर्केल ने कहा कि मुस्लिम देशों के सहयोग से मूल समस्या की पहचान संभव है और आतंकवाद को बढ़ावा देने का सिलसिला भी बंद किया जा सकेगा. बता दें कि म्यूनिख सेक्युरिटी समिट कल से शुरू हो चुकी है. इसमें कई देशों के प्रमुख और विदेश मंत्री शामिल हो रहे हैं. अमेरिका के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल उपाध्यक्ष माइक पेंस नेतृत्व में म्यूनिख पहुंचे थे.

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के संदर्भ में जर्मन चांसलर एंजेला मोर्केल ने कहा कि वह रूस के साथ इस्लामी आतंकवाद विरोधी आपरेशनों में शामिल होने पर कोई आपत्ति नहीं रखती. उनका कहना था कि जर्मनी में इस हिसाब से होने वाली संयुक्त प्रयासों का हिस्सा बनकर आतंकवाद के उन्मूलन के प्रयासों का हिस्सा बन सकता है. रूस के साथ सहयोग की सीमाओं में साइबर हमले और नकली खबरों को भी मैर्केल ने शामिल किया है.

उल्लेखनीय है कि आतंक फ़ैलाने वालो का कोई धर्म कोई जाति नहीं होती फिर भी विश्व भर में मुसलमानों के नाम को आतंक से जोड़कर इस्लाम को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है.