मजलिस बल्दिया अज़ीम तर हैदराबाद की कारकर्दगी को बेहतर बनाने के लिए उसे तीन हिस्सों में मुनक़सिम करने के मुताल्लिक़ हुकूमत मंसूबा बंदी में मसरूफ़ है। बताया जाता है कि हुकूमत की जानिब से जी एच एम सी के हुदूद में तबदीली लाते हुए उसे तीन हिस्सों में तक़सीम करने का मंसूबा तैयार किया जा रहा है।
लेकिन ताहाल इस पर कोई क़तई फैसला नहीं किया गया है चूँकि मजलिसे बल्दिया अज़ीम तर हैदराबाद में चंद बरसों क़ब्ल ही शहर के नवाही और मज़ाफ़ाती इलाक़ों को शामिल करते हुए उसे अज़ीम तर किया गया था और साबिक़ में ये मजलिसे बल्दिया हैदराबाद हुआ करती थी लेकिन चीफ मिनिस्टर तेलंगाना मिस्टर के चंद्रशेखर राव हैदराबाद को आलमी म्यार का शहर बनाने की मंसूबा बंदी में मसरूफ़ हैं।
इसी लिए वो चाहते हैं कि बल्दी नज़्मो नस्क़ को बेहतर से बेहतर बनाया जाए और शहरी हुदूद में मौजूद तारीख़ी विरसा के तहफ़्फ़ुज़ के लिए बल्दिया को ज़िम्मेदारी तफ़वीज़ की जाए। चीफ मिनिस्टर के दफ़्तर से मौसूला इत्तिलाआत के बामूजिब चीफ मिनिस्टर तेलंगाना मजलिस बल्दिया अज़ीमतर हैदराबाद की कारकर्दगी से मुतमइन नहीं है और इस के लिए वो कारपोरेशन के दायराकार को ज़िम्मेदार क़रार दे रहे हैं।
बताया जाता है कि इस मसअले से निमटने के लिए चीफ मिनिस्टर ने कारपोरेशन को तीन हिस्सों में तक़सीम करने का ज़हन बनाया है और इस पर आला ओहदेदारों से मुशावरत का अमल जारी है।
मजलिस बल्दिया अज़ीम तर हैदराबाद की अज़सरे नव तक़सीम के मुताल्लिक़ बताया जाता है कि हुकूमत की जानिब से इस सिलसिले में मुशावरत का अमल तेज़ी के साथ जारी है और हुकूमत बहरसूरत शहर हैदराबाद की मजलिस बल्दिया अज़ीम तर हैदराबाद के हुदूद को तक़सीम करते हुए उन्हें तीन हिस्सों में बांटने का मंसूबा रखती है।