ईरान और सऊदी अरब समस्या को बातचीत के ज़रिए कर सकते हैं हल!

ईरान राजनयिक मामलों के लिए संबंधों में बहाली के लिए सऊदी अरब में एक कार्यालय खोलने की योजना बना रहा है। समाचार एजेंसी ‘तसनीम’ की शनिवार की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम कासेमी ने सऊदी अरब के साथ अपनी मौजूदा समस्याओं की ओर इशारा करते हुए खाड़ी देश के साथ बातचीत के लिए तैयार रहने पर जोर दिया।

कासेमी ने कहा कि ईरान, सऊदी अरब के साथ संबंधों को सुधारने की दिशा में समस्याओं का समाधान करने के लिए तीसरे देश की मध्यस्थता का स्वागत करता है।

सऊदी अरब ने हालांकि कोई स्पष्ट इच्छा नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि ज्यादातर समस्याएं सऊदी अरब से उत्पन्न होती हैं। ” ईरान के प्रवक्ता ने तेहरान और रियाद के बीच राजनयिक संबंधों के भविष्य पर कहा कि स्विट्जरलैंड आठ महीने पहले बर्न में हुए एक समझौते के तहत सऊदी अरब में ईरानी हितों का प्रतिनिधित्व कर रहा है।

रिपोर्ट ने प्रवक्ता के हवाले से बताया, “पिछले दो सप्ताह में प्रगति हुई है और मुझे विश्वास है ईरान, सऊदी अरब में अपना एक कार्यालय खोलेगा और वहां ईरानी हितों और सऊदी अरब के साथ संबंधों पर काम होगा।

इससे पहले इमरान खान ने भी मीडीया से बातचीत में कहा कि हम मध्य-पूर्व में मेल-मिलाप के लिए जो भी कर सकते हैं वो करेंगे। यही हमारा लक्ष्य है। हम अपनी ठोस भूमिका अदा करना चाहते हैं। जिन पड़ोसियों के बीच तनाव और युद्ध के हालात हैं, उन्हें हम क़रीब लाने की कोशिश करेंगे।

वहीँ आपको बता दें ईरान और सऊदी अरब दो दुश्मन देश है जो एक दुसरे को हमलों की धमकी देते रहते है. लेकिन इसी के साथ पाकिस्तान के सऊदी अरब और ईरान दोनों से सम्बन्ध गहरे है। अब पाकिस्तान का सऊदी और ईरान की दुश्मनी पर क्या असर पड़ेगा यह जानना हर कोई चाहता है।