नई दिल्ली: जमाते इस्लामी के मासिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमीरे जमाते इस्लामी हिन्द मोलाना सैयद जलालुद्दीन उमरी ने कहा कि जमीयत चाहती है कि भारत सरकार म्यांमार के बेबस रोहिंग्या मुसलमानों की मदद के लिए अधिक सार्थक भूमिका निभाए।
भारत सरकार रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दों और स्थितियों पर बर्मा की सरकार से बातचीत करे और बर्मी सरकार पर दबाव बनाए कि वह रोहिंग्या मुसलमानों के संवैधानिक और नागरिक अधिकारों को बहाल करे। मौलाना उमरी ने कहा कि हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि जो रोहिंग्याई मुसलमान भारत में शरणार्थी हैं, उन्हें भारत सरकार शरणार्थियों की हैसियत से उस अवधि तक यहां रहने दें जब तक म्यांमार में उनके संवैधानिक और नागरिक अधिकार बहाल नहीं हो जाते।
उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि वे इन पीड़ितों की आवास, भोजन और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए आगे आएं और जहां तक संभव हो इनका वित्तपोषण करें।