जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक और पाकिस्तानी सहित 30 चैनलों पर सरकार ने लगाया प्रतिबंध, सऊदी अरब का चैनल है शामिल!

जम्मू कश्मीर के गवर्नर के निर्देश के अनुसार राज्य में करीब 30 टीवी चैनलों पर रोक लगा दी गई है। केबल ऑपरेटरों को पाकिस्तानी चैनलों को बंद करने को कहा गया है। यह निर्देश उस समय आया है जब देश विरोधी सामग्री को लेकर जम्मू कश्मीर में 20 सोशल मीडिया साइटस को बंद कर दिया गया है।

राज्य में पाकिस्तान के जीओ, ऐरी, क्यू टीवी और पीस टीवी को बंद कर दिया गया है।जिन अन्य चैनलों को बंद कर दिया गया है, वो इस प्रकार से हैं- पीस टीवी इंग्लिश्स, पीस टीवी उर्दू , मदनी चैनल , ऐरी टीवी, नूर टीवी, हदी टीवी, पैगाम, हिदायत, सउदी अल-सुनाह-अल-नबीयाह, सउदी-अल-कुरान अल-करीम, सेहर, करबला टीवी, अहली बियत टीवी, मैसेज टीवी, हम टीवी, ऐरी डिजिटल एश्यिा,हम सितारे, एरी जिन्दगी आदि। सिर्फ धार्मिक चैनल ही नहीं बल्कि स्पोटर्स चैनल भी बंद कर दिये गये हैं। इस संदर्भ में संबंधित जिलों के डीसी को भी पत्र लिखा गया है।

जम्मू-कश्मीर में सरकार ने कई टीवी चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंधित चैनलों की सूची में धार्मिक और समाचार चैनलों के अलावा खेल, खाना बनाना सिखाने वाले तथा म्यूजिक चैनल शामिल हैं।

सूबे के सभी उपायुक्तों को लिखे गये एक पत्र में राज्य के गृह विभाग ने डीसी को कुछ चैनलों के प्रसारण के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। कारण यह बताया गया है कि उनके पास हिंसा को प्रोत्साहित करने की क्षमता है जो कश्मीर में कानून व्यवस्था में गड़बड़ी पैदा कर सकती है। लिहाजा प्रसारण की अनुमति नहीं है।

प्रधान सचिव गृह आरके गोयल ने अपने पत्र में सभी उपायुक्तों को यह स्पष्ट करने के लिए निर्देश दिया है कि राज्य में बगैर अनुमति के चलाए जा रहे चैनलों के बारे में मीडिया रिपोर्टों पर क्या कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में सभी उपायुक्तों को सोमवार तक अनुपालन रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया है।

सरकार ने जम्मू-कश्मीर में कथित रूप से अनधिकृत पाकिस्तान और सऊदी अरब के चैनलों के प्रसारण को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए राज्य से कहा था। केन्द्रीय सूचना एवम् प्रसारण मंत्री ने इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव के साथ बातचीत के दो दिन बाद इस बाबत कदम उठाए और तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया।