पटना: जनता दल के यू के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार विधान परिषद के सदस्य गुलाम रसूल बलियावी ने बाबरी मस्जिद के संबंध से दिए गए श्री श्री रवि शंकर के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग किया है। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद का मुक़दमा कोर्ट में लंबित है, इसलिए उसका फैसला आने तक इंतजार किया जाना चाहिए।
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गुलाम रसूल बलियावी ने बाबरी मस्जिद जैसे संवेदनशील मामले में राजनीति करने से गुरेज़ करने का मशवरा देते हुए कहा कि भारत के कोर्ट सिस्टम पर जिन लोगों को भरोसा है, उन्हें अदालत का फैसला आने तक इंतजार करना चाहिए। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि भारत का कोर्ट सिस्टम इतनी साफ़ सुथरी है कि दुनियां में इसकी मिसाल दी जाती है।
यहाँ की अदालतों में आस्था की आधार पर नहीं सबूत के आधार पर फैसले होते हैं। बाबरी मस्जिद के मुक़दमा में भी अदालत दस्तावेजी सबूतों के आधार पर ही फैसला सुनाएगी। इस लिए चाहे श्री श्री रवि शंकर हों या सलमान नदवी या कोई और, किसी को भी अदालत में लंबित मामलों में दखलंदाजी का अधिकार नहीं है।
ऐसे संवेदनशील मुद्दों में देश को गुमराह करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गुलाम रसूल बलियावी ने उसके साथ ही श्री श्री रवि शंकर के इस बयान की कड़ी निंदा जिसमें आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक ने सोमवार को कहा था कि बाबरी मस्जिद का मामला नहीं सुलझाया गया तो भारत में सीरिया जैसे हालात पैदा हो जायेंगे।
उन्होंने कहा कि श्री श्री रवि शंकर का बयान एकतरफा और अदालत को चैलेंज करने वाला है।ऐसे लोग या समूह जो बाबरी मस्जिद जैसे संवेदनशील मुद्दे पर देश को गुमराह क्र रहे हैं उनसे जनता को होशियार रहने की ज़रूरत है।