मुंबई हज हाउस में मुस्लिम छात्रों के लिए IAS की चल रही मुफ़्त कोचिंग बंद करना चाहती है सरकार

मुंबई सेंट्रल हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुख्यालय में मुस्लिम छात्रों के लिए चलने वाली मुफ्त आईएएस प्रशिक्षण कोचिंग सरकार की नजर में अब खटकने लगी है।

ख़बर के मुताबिक, हज हाउस आईएएस एंड एलाइड सर्विसेज कोचिंग एंड गाइडेंस सेल केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय बंद करना चाहता है।

इससे पहले केंद्रीय हज कमेटी विदेश मंत्रालय के अंदर थी, तब उसे आईएएस क्लास का सरकारी स्तर पर एतराज़ का सामना नहीं करना पड़ा था। लेकिन अल्पसंख्यक मामलों के अधीन आने के बाद अब आपत्ति जताई जा रही है।

केंद्रीय हज कमेटी भारतीय हज यात्रियों को हज व्यवस्था करने के अलावा मुस्लिम छात्रों और छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य करती है।

हज हाउस के आईएएस क्लास में हर साल 40 से 50 छात्र-छात्राओं को इन्ट्रेन्स परीक्षा के लिहाज़ से ट्रेनिंग दी जाती है। अल्पसंख्यक मंत्रालय का मानना है कि मुस्लिम छात्रों को आईएएस प्रशिक्षण देना हज कमेटी का काम नहीं है।

हालांकि 2010 से शुरू होने वाली हज हाउस के आईएएस क्लास ने 2015 तक एक आईपीएस और दो आईआरएस अधिकारी दिए हैं।

इसके अलावा कई छात्र अन्य क्षेत्रों के प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफल हुए हैं। यूपीएससी परीक्षा में सफल छात्रों में सलमान ताज पाटिल (आईपीएस 2011), शकील महमूद अंसारी (आईआरएस 2012) और शकील सांडे (आईआरएस 2015) शामिल हैं।

गौरतलब है कि केंद्रीय हज कमेटी सभी छात्रों को निशुल्क कोचिंग और रिहाइश के साथ सारी सुविधाएं प्रदान करती है। यही कारण है कि यहां कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के छात्र कोचिंग के लिए आते हैं।

हज हाउस के आईएएस कोचिंग क्लासेज़ का बजट केंद्रीय हज कमेटी सहती है।