यूपी में लावारिस लाशों के साथ कुछ यूँ हो रहा है बर्ताव

उत्तर प्रदेश के बहराइच में जीआरपी पुलिस के संवेदनहीन बर्ताव का मामला आया है। यहां जीआरपी पुलिस द्वारा लावारिस लाशों को बड़ी बेतरतीबी से रिक्शे पर लदवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा जाता है।

पत्रिका के मुताबिक, जीआपरी पुलिस बहराइच के रेलवे स्टेशन से लावारिस लाशों को पोस्टमॉर्टम हाउस तक भेजवाने के लिए खंजड़ रिक्शों का इस्तेमाल करती है और उस रिक्शे के साथ कोई भी पुलिसकर्मी नहीं होता। लाश को पहुंचाने की पूरी ज़िम्मेदारी रिक्शे वाले की होती है, न कि पुलिस वालों की।

बताया जै रहा है कि जीआरपी का लासों के साथ यह संवेदनहीन बर्ताव पिछले कई सालों से किया जा रहा है। जबकि मानवधिकार की गाइडलाइन के मुताबिक, किसी भी इंसान का मानवधिकार तब तक कायम रहता है जब तक उसका अंतिम संस्कार न हो जाए।

लाश को ढ़ोने वाले रिक्शा चालक राजू ने बताया कि उसने अब तक करीब 10 हज़ार से भी ज्यादा लोशों को इसी तरह रेलवे स्टेशन से पोस्टमॉर्टम हाउस तक पहुंचाया है। वह जीआरपी के लिए यह काम काफी लंबे समय से कर रहा है।

वहीं जीआरपी थाने के दरोगा ओम प्रकाश ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि जीआरपी में सरकारी गाड़ी से लावारिस लाश को भिजवाने के लिए कोई प्रावधान नहीं है। परिस्थिति के अनुसार शवों को रिक्शा गाड़ी या जो भी संसाधन मौके पर मुहैया होता है, उसी से शवों को पोस्टमॉर्टम हाउस भिजवा दिया जाता है।