जीएसटी के लागू होने के बाद 1 लाख मजदूरों ने परेशान होकर छोड़ा सूरत

गुजरात: सूरत में कपड़ा व्यापारियों द्वारा जीएसटी के विरोध के बावजूद सरकार द्वारा कोई राहत नहीं दी गई है। जिसने सूरत के कपड़ा उद्योग के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है। सूरत से कपड़ा व्यापारी पलायन कर रहे हैं।
इस तरह के हालात मुंबई में साल 1982 में बने थे, जब एक साल हड़ताल चली तो 1.5 लाख वर्कर वहां से पलायन कर गए थे। पूरा टैक्सटाइल व्यापार वहां से शिफ्ट होकर भिवंडी लूम्स मंडी में चला गया था।

केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी लागू किये जाने के बाद 16 दिन हो गए जीएसटी के कारण कारोबार ठप हुए।
सूरत में फिर से हालात ऐसे बन रहे हैं कि
हर दिन 10 हजार वर्कर शहर छोड़कर जा रहे हैं। एक लाख तो जा भी चुके। क्योंकि काम न होने से 9 लाख मजदूर अपने परिवारों के लिए खाना तक नहीं जुटा पा रहे।
सूरत जिला टेक्सटाइल मार्केटिंग ट्रांसपोर्ट लेबर यूनियन के मुताबिक, मजदूर कर्ज में डूब गए हैं। मुंबई में ऐसी स्थिति हुई तो कई मजदूरों ने खुदकुशी तक कर ली थी।