गुजरात विधानसभा अध्यक्ष को जब गार्ड ने नहीं पहचाना तो अस्पताल प्रशासन ने नौकरी से निकाला

अहमदाबाद: गुजरात के सिविल अस्पताल में पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष रमणलाल वोरा के निजी वाहन को अस्पताल में एम्बुलेंस की पार्किंग से हटवाने के कारण नौकरी से हटा दिया गया है।

दरअसल वोरा कुछ दिन पहले गांधीनगर सिविल अस्पताल में आंखों के डॉक्टर से अपने निजी कार में आये थे। उन्होंने अपने कार को एम्बुलेंस के लिए तय जगह पर पार्क कर दी।

ड्यूटी पर तैनात गार्ड ने वोरा को नहीं पहचाना और अपनी ड्यूटी के मुताबिक उनसे अपनी गाड़ी एम्बुलेंस के लिए तय जगह से हटाकर कहीं और पार्क करने के लिए कह दिया। जिसका खामियाजा दो सिक्युरिटी गार्डों को उठाना पड़ा है।

इन्हे नौकरी से हटा दिया गया है. इतना ही नहीं यह गार्ड जिस सिक्युरिटी एजेंसी के थे, अस्पताल ने उनका कॉन्ट्रेक्ट भी रद्द कर दिया है।

जबकि उनका ये कॉन्ट्रैक्ट साल 2019 तक वैध था। हालांकि वोरा और अस्पताल प्रशासन इसके पीछे कारण वाहन हटवाने की घटना को मानने से इनकार कर रहे हैं। वोरा का कहना है कि उनकी सिक्युरिटी एजेंसी का कॉन्ट्रेक्ट रद्द होने में कोई भूमिका नहीं है।

इस मामले में संबंधित सिक्युरिटी एजेंसी के सिक्युरिटी अफसर जैलसिंह राजपूत ने कहा कि गार्ड अपनी ड्यूटी कर रहे थे।

उन्होंने अगर विधानसभा स्पीकर को नहीं पहचाना तो उन्हें गार्ड को अपनी पहचान बतानी चाहिए थी, न की गार्ड को बुरा भला कहना चाहिए था।