अहमदाबाद : पकौड़े का ठेला, पान की दुकान, गौ-पालन के बाद अब गुजरात सरकार ने नया रोजगार स्कीम निकाला है! गुजरात सरकार का ये फैसला बहुत ही आश्चर्यजनक है। दूसरे देशों में बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए क्रिएटिव बनाया जा रहा है। लेकिन गुजरात की रुपाणी सरकार ने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए टॉयर का पंक्चर लगाना सिखाएगी। इसके लिए सरकार बकायदा बाल मेला आयोजित करने वाली है। जिसका आधिकारिक पत्र भी जारी किया गया है।
पकौड़े का ठेला, पान की दुकान, गौ-पालन के बाद अब गुजरात सरकार ने नया रोजगार स्कीम निकाला है! गुजरात सरकार का ये फैसला बहुत ही आश्चर्यजनक है। दूसरे देशों में बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए क्रिएटिव बनाया जा रहा है। लेकिन गुजरात की रुपाणी सरकार ने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए टॉयर का पंक्चर लगाना सिखाएगी।
इसके लिए सरकार बकायदा बाल मेला आयोजित करने वाली है। जिसका आधिकारिक पत्र भी जारी किया गया है। सवाल उठता है कि क्या विजय रुपाणी के घर से भी बच्चे आत्मनिर्भर बनने के लिए पंचर लगाना सीखेंगे? क्या गुजरात बीजेपी के सभी नेताओं के बच्चे भी बच्चे आत्मनिर्भर बनने के लिए पंचर लगाना सीखेंगे? मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कक्षा पांचवी तक के प्राथमिक स्कूलों में बाल मेला और जूनियर हाईस्कूल यानी छठीं से आठवीं कक्षा वाले स्कूलों में जीवन-कौशल मेले का आयोजन होगा। जीवन-कौशल मेले के तहत कई चीजें जूनियर हाईस्कूल के छात्रों को सिखाई जाएंगी। इसमें टायर का पंक्चर बनाना, फ्यूज बांधना, कील लगाने, कुकर बंद करने आदि की ट्रेनिंग दी जाएगी।
बीजेपी सरकार की इस योजना की आलोचना करते हुए गुजरात कांग्रेस के नेता शक्ति सिंह गोहिल ने लिखा है ‘ये है भाजपा का देश के युवाओं को रोजगार देने का PPP मॉडल पकौड़ा, पान के बाद पेश है पंचर की दुकान क्या यही इनकी साफ नीयत और सही विकास है?
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