‘देशप्रेमियों’ की धमकी के बाद गुरमेहर ने ABVP की गुंडागर्दी के खिलाफ कैम्पेन से खुद को अलग किया

रामजस कॉलेज में एबीवीपी की गुंडागर्दी पर सोशल मीडिया के ज़रिए टिपण्णी करने वाली गुरमेहर कौर के समर्थन में दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर और छात्र एक प्रोटेस्ट मार्च निकालने वाले हैं।

हालाँकि गुरमेहर कौर ने इस अभियान से अलग होने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अकेला छोड़ दिया जाए। गुरमेहर ने यह बात आज सुबह अपनी फेसबुक वॉल पर कहीं।

गुरमेहर ने कहा, ‘मैं अभियान से अलग हो रहीं हूँ। आप सभी को बधाई, मुझे अकेला छोड़ दो। मैंने वही कहा जो कहना चाहिए था। मैं काफी कुछ सह चुकी हूँ। बीस साल की उम्र में इससे ज्यादा सहने की ताकत नहीं है। ‘

अभियान के बारे में बोलते हुए गुरमेहर ने कहा कि यह अभियान छात्रों के बारे में हैं न कि सिर्फ मेरे बारे में। इसलिए प्लीज बड़ी संख्या में जाइये और मार्च में हिस्सा लीजिये।

विरोधियों को जवाब देते हुए गुरमेहर कौर ने कहा कि जो लोग मेरी बहादुरी और साहस पर सवाल उठा रहें हैं उन्हें बता दूँ कि मैंने ज़रूरत से ज्यादा बहादुरी दिखाई है। लेकिन इक बात तो पक्की है कि अगली बार हिंसा और धमकियों के खिलाफ बोलने में हम दो बार सोचेंगे।

बता दें कि गुरमेहर कारगिल में शहीद की बेटी हैं और रामजस कॉलेज में हिंसा के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर कैम्पेन चलाया था जिसमे उन्होंने लिखा था कि वो एबीवीपी से नहीं डरती।

लेकिन गुरमेहर के इस कदम को लेकर कथित देशभक्तों ने उन्हें जान से मारने और गैंग रेप करवाने की धमकी देने पर उतर आए थें वहीँ भाजपा के एक सांसद ने उनकी तुलना दाउद इब्राहिम से कर दी थी।