नई दिल्ली: भारतीय हज यात्रियों के सामने एक नई मुश्किल पेश आ रही है। हालांकि अभी हज यात्रियों का काफिला हज के लिए रवाना नहीं हुआ है, जबकि दो हजार के नोट को लेकर मक्का और मदीना से जो खबरें आ रही हैं, इसने हज यात्रियों को काफी बेचैन कर दिया है।
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मक्का और मदीना से खबर आ रही है कि वहां भारतीय दो हजार के नोट या भातीय दो हजार की करंसी स्वीकार्य नहीं है। वहां सिर्फ पांच सो और 1000 रूपये के नये नोट कुबूल किये जा रहे हैं। इस खबर को लेकर जहाँ एक ओर हज यात्रियों में बेचैनी है वहीं दूसरी ओर इसकी आलोचना भी की जा रही है, जबकि इसको भारतीय करंसी की अपमान बताया जा रहा है।
इस सिलसिले में जब इंकलाब ब्यूरो ने हज कमीटी ऑफ़ इंडिया के ज़िम्मेदारों से बात की तो उन्होंने कहा कि जो लोग करंसी बदलते हैं उन में दो कटेगरी होती है, एक ऑफिशियल होती है और दूसरी गैर ऑफिशियल। हज अधिकारी का कहना है कि ऑफिशियल तौर पर दो हजार के भारतीय नोट लिए जा रहे हैं लेकिन गैर ऑफिशियल तौर पर जो लोग करंसी बदलते हैं वह दो हजार के नोट नहीं ले रहे हैं।