गाजा पट्टी के शासकों और इज़राइल के बीच दीर्घकालिक संघर्ष विराम की अटकलों के बीच, फिलीस्तीनी इस्लामवादी आंदोलन का नेतृत्व हमास को एक अहम् बैठक के लिए बुलाया जाना है।
एक वरिष्ठ हमास स्रोत ने कहा कि एक समझौते सहित कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए गाजा शहर में मिलेंगे। अधिकारियों ने कहा कि 2017 में काहिरा में आयोजित वार्ता के बाद से यह आंदोलन के राजनीतिक ब्यूरो की पूरी पहली बैठक होगी।
भाग लेने वालों में से हमास के उप नेता सलेह अल अरुरी होंगे, जिन्होंने गुरुवार को मिस्र से सीमा पार कर आठ अन्य हमास नेताओं के साथ गाजा आये हैं। हमास के सूत्र ने कहा कि अरुरी, जो लेबनान में रहते हैं और पहले कभी गाजा का दौरा नहीं किया। इज़राइल चाहता था, उसे मिस्र और संयुक्त राष्ट्र को उनकी सुरक्षा पर आश्वासन दिया गया था।
इज़राइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को कोलम्बिया की योजनाबद्ध यात्रा में देरी के दौरान देरी की कि देरी समझौते दिनों के भीतर पहुंचा जा सकता है।
हमास और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के मुताबिक, इस तरह के सौदे में इजरायल और हमास के बीच शत्रुता के दीर्घकालिक समापन शामिल होंगे, क्योंकि यहूदी राज्य के गाजा के अपरिपक्व आर्थिक नाकाबंदी का महत्वपूर्ण खतरा है।
इज़राइली मीडिया का कहना है कि यह हमास के साथ एक कैदी विनिमय को भी कवर कर सकता है जिसमें 2014 के युद्ध में दो सैनिकों की मौत हो गई है।