वाशिंगटन: सऊदी अरब के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान ने स्वीकारते हुए कहा कि शीत युद्ध के दौर में रूस का मुकाबला करने के लिए पश्चिम के कहने पर कट्टर इस्लाम को बढ़ावा दिया गया। विवरण के मुताबिक सऊदी राजकुमार ने कट्टर इस्लाम की सऊदी समर्थन के हवाले से सनसनीखेज खुलासा किया।
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उन्होंने अमेरिका में अपने दौरे के बीच वाशिंगटन पोस्ट को इंटरव्यू देते हुए बताया कि शीत युद्ध के दौर में जब रूस का बर्चस्व बढ़ रहा था, उस मौके पर पश्चिम की ओर से सऊदी अरब को अनुरोध किया गया कि वह रूस का मुकाबला करने के लिए दुनियाभर में मौजूद मदरसे को फंडिंग करे ताकि कट्टर इस्लाम को बढ़ावा दिया जा सके।
उनका कहना था कि बाद में सऊदी अरब ने कट्टर इस्लाम को बढ़ावा देने वाले मदरसों को फंड देना रोक दिया, लेकिन सऊदी संगठनों ने ऐसा करना जारी रखा जिसका सीधे तौर पर सऊदी अरब से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि एक के बाद एक आगामी सऊदी सरकारें इस कोशिश की प्राप्ति के लिए रास्ता भटक गईं, हमें वापस रास्ते पर आना है। आज अधिकतर कट्टर इस्लाम को फंडिंग सऊदी सरकार के बजाय सउदी संस्थानें कर रही हैं।