एक टीवी डीबेट शो के दौरान संघ विचारक राकेश सिन्हा से हुई नोकझोंक के एक दिन के बाद मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व आईएएस अधिकारी हर्ष मंदर की गैर-सरकारी संस्था (एनजीओ) को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नोटिस भेजा है।
नोटिस भेजे जाने के बाद मंदर ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई इसलिए की जा रही है क्योंकि वह सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘उनके सेंटर ने सारे रिटर्न समय पर भरे हैं। नोटिस में पूरी जांच-पड़ताल और पूछताछ के लिए कहा गया है। ये राकेश सिन्हा (संघ विचारक) द्वारा धमकी मिलने के बाद आया है। ये विरोधी विचारों के चुप कराने का तरीका है।’
दरअसल, 14 सितंबर को पहलू खान की हत्या पर एनडीटीवी पर हुए प्रोग्राम के दौरान आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने मंदर की गैर सरकारी संस्था की जांच करवाने की धमकी दी थी।
वहीं इनकम टैक्स के एक अधिकारी ने कहा कि इस तरह के नोटिस रूटीन की प्रक्रिया का हिस्सा हैं और इसे तय मापदंडों के तहत भेजा गया है।
मंदर हाल ही में कारवां-ए-मोहब्बत को लेकर चर्चा में रहे थे। इसमें उन इलाकों में शांति और सद्भाव की यात्रा निकाली गई, जहां लोग मॉब लिंचिंग में मारे गए हैं। इसी क्रम में उन्होंने गोरक्षकों द्वारा मारे गए पहलू खान को अलवर में श्रद्धांजलि दी थी।
बता दें कि मंदर की गैर-सरकारी संस्था सेंटर फॉर इक्विटी स्टडीज साल 2000 में हर्ष मंदर, अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज और रिटायर्ड नौकरशाह एनसी सक्सेना द्वारा शुरू की गई थी।