HCA चुनावः BCCI लीगल सेल ने दी थी अजहर को यह बड़ी राहत

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अहजरूद्दीन को बीसीसीआई की कानूनी टीम द्वारा हरी झंडी दिए जाने के बावजूद हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से रोक दिया गया था। इस तरह मंजूरी होने के बावजूद चुनाव लड़ने से रोकने के चलते अजहर के साथ नाइंसाफी हुई। वही अब बीसीसीआई और एचसीए इस मामले में अपना पल्ला झाड़ रहे है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में अब नया मोड़ आ गया जब यह खबर सामने आई कि बीसीसीआई ने अजहर के चुनाव लड़ने संबंधी हरी झंडी का ईमेल एचसीए को भेज दिया था। अगर ऐसा था, तो बीसीसीआई ने सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा क्यों नहीं की? या एचसीए ने क्यों इस बात को छिप कर रखा? सवाल यह है कि दोनों में से आखिर सच कौन बोल रहा है बीसीसीआई या फिर एचसीए?

बीसीसीआई के यह बताने के बाद कि उन्होंने अजहरुद्दीन के संबंध में एचसीए को मेल भेजा था। इस मेल में यह साफ कर दिया गया था उनके (अजहर) चुनाव लड़ने पर कोई रोक नहीं है। इसके बाद कई सवाल खड़े होने लगे हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि एचसीए की एडहॉक कमिटी के अध्यक्ष प्रकाश चंद जैन ने अजहर को लेकर 4 ईमेल किए थे। इन मेल्स में पूछा गया था कि क्या अजहरुद्दीन राज्य क्रिकेट संघ के चुनावों में हिस्सा ले सकते हैं? सूत्र ने यह भी बताया कि इस संबंध में जैन का अंतिम ईमेल 10 जनवरी 2017 को प्राप्त हुआ था।

वही जैन ने भी इस मामले में बीसीसीआई का कोई मेल मिलने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैंने तीन बार बीसीसीआई को पूछा कि क्या अजहर को चुनाव लड़ने की अनुमति है, लेकिन बीसीसीआई ने कोई जवाब नहीं दिया।

यह तो स्पष्ट है कि अजहर को चुनाव लड़ने की अनुमति मिल चुकी थी, लेकिन बीसीसीआई और एचसीए के बीच तालमेल के अभाव के चलते अजहर को चुनाव लड़ने से रोककर उनके साथ नाइंसाफी की गई।