मुख्यमंत्री की कुर्सी चैरिटी में नहीं मिली : कुमारस्वामी

बंगलौर। खुद को कांग्रेस के रहम पर मुख्यमंत्री बनने वाला बताने वाले मुख्यमंत्री कुमारस्वामी का कहना है कि वो किसी की दया पर सीएम नहीं हैं। किसी ने चैरिटी में उन्हें ये कुर्सी नहीं दी है। मंत्रिमंडल में जगह से लेकर अब बजट तक कांग्रेस और जेडीएस के बीच लगातार तनातनी की खबरें आ रही हैं।

5 जुलाई को कुमारस्वामी पहला बजट पेश करने जा रहे हैं, लेकिन कई रिपोर्ट्स में ये आशंका जताई जा रही है कि इससे पहले ही करीब एक महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार गिर सकती है। कांग्रेस के कई मंत्री और विधायकों में नाराजगी है और वो चेतावनी दे रहे हैं।

इस बीच बीजेपी के बड़े नेता येदियुरप्पा ने अमित शाह से मुलाकात की है। कहा जा रहा है कि ये संकेत हैं कि येदियुरप्पा सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।कांग्रेस के कुछ नाराज नेता भी भाजपा से संपर्क की कोशिश कर रहे हैं। कुल मिलाकर अपने ही नेताओं की नाराजगी नहीं दूर कर पाने के कारण कांग्रेस का जेडीएस के साथ ये गठबंधन मुश्किलों में दिख रहा है।

रही सही कसर कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया के उस वायरल वीडियो ने पूरी कर दी जिसमें वो किसानों की पूर्ण कर्जमाफी पर सहमत नहीं दिख रहे हैं लेकिन कुमारस्वामी का वादा है कि वो कर्जमाफी करेंगे इसके लिए वो पीएम मोदी से मिलकर गुहार लगा चुके हैं।

कर्नाटक सरकार में चल रही उठापटक की खबर मीडिया में आने के बाद दोनों पार्टियां ‘सब कुछ ठीक’ करने में भी जुटी हैं। मंगलवार को कुमारस्वामी ने कहा कि सिद्धारमैया से किसी भी तरह का मतभेद नहीं है, वहीं कर्नाटक के डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता जी परमेश्वर ने कहा कि राज्य में जल्द ही कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा।

फिलहाल, सरकार में कांग्रेस के 14, जेडीएस के 9 और बीएसपी-केपीजेपी के 1-1 मंत्री हैं। कई विधायक मंत्री पद नहीं मिलने के कारण नाराज हैं, इसलिए कैबिनेट विस्तार की बात कही जा रही है।

हालांकि, कर्नाटक बीजेपी प्रमुख येदियुरप्पा ने कहा है कि उनकी पार्टी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में चल रही चीजों को चुपचाप देखेगी और इस हालात का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करेगी। पार्टी इसकी बजाय 2019 के लोकसभा चुनाव पर ध्यान देगी।