कश्मीरी आतंकवादी फरदीन अहमद खांडे की मौत के चौथे दिन उसके घर में शांति छाई हुई थे। फरदीन (16) ने रविवार को दक्षिण कश्मीर के लेटपोरा में सीआरपीएफ शिविर पर आत्मघाती हमले का नेतृत्व किया, जिसमें पांच जवानों की मौत हो गई। वह एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा निकला। कश्मीर में साल 2003 के बाद यह पहला मौका है जब कोई स्थानीय आतंकवादी फिदायीन बना है।
फरदीन के सम्बन्ध में मां वजीरा अपने बेटे के जुड़वां भाई फैजान के साथ बैठी थी। दोनों मां और बेटा किसी भी खास घटना को इंगित नहीं कर सके, जो उस किशोर को आत्मघाती हमलावर बना सकता था। फैजान ने 10 वीं कक्षा की परीक्षा में भाग लिया था और दोनों में अध्ययन कर रहे थे लेकिन आतंकवाद के प्रति झुकाव के बारे में कोई संकेत नहीं था।
उधर, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस वर्ष सुरक्षा बलों द्वारा ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ प्रारम्भ करने के बाद कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या में जबरदस्त गिरावट आई है। उसने हमले से पहले एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें वो युवाओं को जैश-ए-मोहम्मद में शामिल होने के लिए बढ़ावा दे रहा है।