यूपी में भाजपा सरकार में सत्ता में आते ही गायों के लिए तो एम्बुलेंस सेवा शुरू हो गई लेकिन बेहतर होता कि सीएम योगी सूबे की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं की ओर भी थोडा ध्यान दे देते।
फ़िलहाल योगी सूबे की बेहतरी के लिए करेंगे, यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा। लेकिन आम जनता का प्राथमिक सुविधाओं के अभाव में परेशान होना बदस्तूर जारी है।
खबर है कि सहारनपुर में एबुलेंस की उपलब्धता के लिए प्रसव पीडि़त महिला तड़पती रही लेकिन जब एक घंटे तक भी एबुलेंस नही आई तो पति प्राइवेट कार से अपनी पत्नी को लेकर जिला अस्पताल आया। यहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
Uttar Pradesh: Community Health Center in Saharanpur allegedly denied ambulance service to a pregnant lady citing unavailability of fuel. pic.twitter.com/8CPHN6OpXk
— ANI UP (@ANINewsUP) June 14, 2017
गंगोह थाना क्षेत्र के गांव बुढड़ा खेडा निवासी गर्भवती महिला 32 वर्षीय रूपा को उसका पति मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया।
यहां डाक्टर शर्मिष्ठा ने प्राथमिक जांच के बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। रुपा के पति ने एबुलेंस के लिए 108-102 को कॉल किया गया लेकिन एबुलेंस नही आई।
बाद में एबुलेंस के चालक ने कहा कि एम्बुलेंस में तेल नहीं है। करीब एक घंटा तक महिला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के गेट पर प्रसव पीड़ा से महिला घंटों कराहती रही लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई।
बाद में उसके पति ने प्राइवेट कार की और महिला को जिला अस्पताल ले आया। यहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा. अनवर अंसारी का कहना है कि एबुलेंस के तेल लेने संबंधी कार्ड निरस्त हो गए है, जिस कारण एबुलेंस को तेल नही मिल रहा है।