FIBA का ऐतिहासिक फ़ैसला, मुस्लिम महिलाओं को हिजाब पहनकर बास्केटबॉल खेलने की मिली इजाज़त

हांगकांग: दुनिया भर में बास्केटबॉल की तरफ लोगों की बढ़ती दिलचस्पी के बावजूद कई खिलाड़ियों के लिए इसे खेलना मुमकिन नहीं हो पा रहा था। वजह थी इसे खेलने के दौरान सिर कवर करने की मनाही लेकिन अब इस शर्त को ख़त्म कर दिया गया है।

डीडब्ल्यू डॉट कॉम ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के हवाले से खबर दी है कि बास्केटबॉल के विश्व कार्यवाहक संगठन (FIBA) ने बीते कल एक बैठक के बाद इस खेल में पर्दा करने वाले नियमों में बड़ा संशोधन किया है।

नए नियम के मुताबिक़, अब कोई भी पुरुष या महिला अपने सिर पर कपड़ा, रूमाल या हिजाब पहन कर, जिसे इस खेल की भाषा में ‘हेड गियर’ या ‘हेड वियर’ कहा जाता है, बास्केटबॉल के कोर्ट में बतौर खिलाड़ी उतर सकेगा।

इस बारे में हांगकांग में हुई फिबा की विश्व स्तरीय बैठक में यह भी कहा गया है कि ‘हेड गियर’ पर बैन किसी भी धर्म या लिंग के खिलाफ नहीं था। लेकिन यह महसूस किया गया कि इसकी वजह से कई पुरुष और महिला खिलाड़ी इस खेल से बाहर रहने पर मजबूर थे।

जैसे हिजाबी मुस्लिम महिलायें और सिख धर्म के अनुयायियों के लिए, जो धार्मिक आधार पर अपना सिर को कवर कर रहे हैं, यह खेल खेलना संभव नहीं था।