जयपुर में एक हिन्दुत्ववादी संगठन ने एक विज्ञापन की शूटिंग के लिए तैयार किए गए सेट पर इसलिए तोड़फोड़ मचा दी, क्योंकि सेट पर पाकिस्तान की झलक और उर्दू में साइन बोर्ड लगे थे।
ख़बर के मुताबिक़, मुंबई की एक प्रोडक्शन कंपनी ‘गुड मोर्निग फिल्म्स’ ने विज्ञापन की शूटिंग के लिए सेट तैयार किया था, जिसमें पाकिस्तानी इलाकों को दिखाया जाना था।
इसलिए सेट पर उर्दू में लिखे साइन बोर्ड लगाए गए, जिसपर ‘वेलकम टू लाहौर’ ‘कराची चाय वाला’ और ‘लाहौर की मिठाई’ जैसी लाइने लिखी हुई थीं। इस सेट को जयपुर चांदनी चौक पर लगाया गया था।
बाद इसके उर्दू में लिखे साइन बोर्ड देखकर तिलमिलाए हिन्दुत्ववादी संगठन ‘धरोहर बचाव समिति’ के 40 कार्यकर्ताओं वहां पहुँच गए और सेट पर तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी। उन्मादी कार्यकर्ताओं ने साइन बोर्ड भी उतार दिया भी।
संगठन का दावा है कि वह स्थानीय मंदिरों की रक्षा के लिए काम करते हैं।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि प्रोडक्शन टीम को विज्ञापन की शूटिंग की अनुमति दी गई थी लेकिन प्रदर्शनकारियों को जैसे ही इस बात का पता चला। उन्होंने मांग की कि इस विज्ञापन की शूटिंग तुरंत रोकी जाए।
उन्होंने बताया कि प्रोडक्शन टीम के स्टाफ सेट पर तोड़फोड़ के बाद वहां से चले गये और दुबारा कभी इस शहर में नहीं करने की बात भी कही।
दूसरी ओर उग्र प्रदर्शनकारियों का दावा था कि सेट से उनके धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘ प्रोडक्शन टीम को अनुमति मिलने का यह मतलब यह नहीं कि वह धार्मिक भावनाओं को आहत करें। यह कोई छोटी या विज्ञापन फिल्म नहीं थी इसलिए हमने शूटिंग रोकने की मांग की।’
गौरतलब है कि इससे पहले जयपुर में प्रसिद्ध फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ के सेट पर भी हिन्दुत्ववादी संगठनों की ओर से तोड़फोड़ की गई थी।
हिंदू अतिवादी संगठन करणी सेना के सदस्यों ने संजय लीला भंसाली पर आरोप लगाया था कि उनकी फिल्म ‘पद्मावती’ में रानी पद्मावती को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।