इंफाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट की सदस्य पूर्व अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और मणिपुर की गवर्नर डॉक्टर नजमा हेपतुल्ला का कहना है कि फिलिस्तीन और इजराइल के बीच शांति स्थापित करने के लिए मोदी का यह दौरा एतिहासिक है और इस दौरे से आम तौर पर दुनियां में शांति और खासकर इस क्षेत्र में शांति की स्थापना में बहुत मदद मिलेगी।
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न्यूज़ एजेंसी से टेलीफोन पर बात करते हुए डॉक्टर नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि मैं इस मुद्दे पर लगभग चार दशकों से यह बात कहती आ रही हूँ कि और जब में केन्द्रीय सरकर में मंत्री थी, उस समय इंडिया इस्लामिक कलचरल सेंटर में भारत आये फिलिस्तीनी नेता महमूद अब्बास के साथ एक खास कार्यक्रम में मैं शामिल हुई थी।
इंटर पार्लियामेंटरी यूनियन (आईपीयु) की प्रमुख रहते हुए मैंने फिलिस्तीन की नेशनल असेंबली और इजराइल की केनेस्ट से ख़िताब करते हुए भी क्षेत्र में शांति स्थापित करने पर जोर दिया था। और यह बात अपने बरसों के तजरबा और यकीन की बुनियाद पर कह रही हूँ कि मौजूदा समय में नरेंद्र मोदी के अलावा दुनियां का कोई ऐसा नेता नहीं है जिस पर कि उन दोनों को भरोसा हो। दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की सभी कोशिशें अब तक नाकाम रही हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ फिलिस्तीन और इजराइल बल्कि दुनियां के अन्य देशों के बीच शांति, वातवरण के मुद्दे पर सकरात्मक कोशिशों के जरिए सभी लोगों का भरोसा हासिल किया है।