दक्षिण अफ्रीका ने 48 साल बाद रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया से छीनी सीरीज

दक्षिण अफ्रीका ने जोहानसबर्ग में खेले गए सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट मैच के पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया को 492 रनों से हराकर चार टेस्ट मैचों की सीरीज 3-1 से अपने नाम कर ली है। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका ने 48 साल बाद इतिहास रचा और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली घरेलू टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही। इससे पहले प्रोटियाज ने साल 1969-70 में ऑस्ट्रेलिया को अपने घर में 4-0 से सीरीज में मात दी थी।

गौरतलब है कि द. अफ्रीका ने चौथी पारी में ऑस्ट्रेलिया को 612 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था। जिसके जवाब में कंगारू की टीम 119 रन ही बना सकी और मैच हार गई। वर्नोन फिलेंडर ने मैच की दूसरी पारी में 21 रन देकर 6 विकेट, जबकि दोनों पारियों में कुल मिलाकर 9 विकेट लिए। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। यह उनका खेल के सबसे लंबे प्रारूप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। फिलेंडर ने इस मैच के साथ टेस्ट में अपने 200 विकेट पूरे कर लिए हैं और ऐसा करने वाले वह सातवें अफ्रीकी गेंदबाज हैं। वहीं, कागिसो रबाडा को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।

दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 488 रन बनाए थे। वहीं ऑस्ट्रेलिया अपनी पहली पारी में 221 रन ही बना सकी थी। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी छह विकेट के नुकसान पर 344 रनों पर घोषित कर दी ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए एक विशाल लक्ष्य दिया था।

दरअसल, आखिरी दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम (88/3) से खेलना शुरु किया, लेकिन वह सिर्फ 16.4 ओवर की खेल सकी। कंगारू टीम की तरफ से सबसे ज्यादा जो बर्न्स (42) और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 24 रन बनाए। प्रोटियाज की तरफ से दूसरी पारी में वर्नोन फिलेंडर ने सबसे ज्यादा 6 विकेट, मोर्ने मोर्केल ने 2 और केशव महाराज ने 1 विकेट लिए। मोर्केल का यह आखिरी टेस्ट मैच था। हालांकि, उन्होंने पहले ही संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी।

बता दें कि दक्षिण अफ्रीका की रनों के लिहाज से टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले उसने 2007 में न्यूजीलैंड को जोहानसबर्ग में ही 358 रनों से मात दी थी। वहीं, टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह चौथी बड़ी जीत है। रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड (675 रन) ऑस्ट्रेलिया के नाम है।