हॉलीवुड के मशहूर एक्टर जोर्ज कलोनी और उनकी पत्नी अमल क्लोनी ने लेबनान में स्थित 3 हजार सीरियाई शरणार्थी बच्चों को स्कूल भेजने में सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार सीरिया में 2 लाख के करीब प्रवासी बच्चे शिक्षा की सुविधा से वंचित हैं। सीरिया में युद्ध के कारण पड़ोसी देश लेबनान में पिछले 6 वर्षों के दौरान शरणार्थी प्रवासियों की संख्या बच्चों सहित 5 लाख से अधिक हो चुकी है।
संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ ने एक दिन पहले कहा था कि लेबनान में मौजूद शरणार्थियों के 2 लाख के करीब बच्चे स्कूल से दूर हैं, जबकि ह्यूमन राइट्स वॉच के अनुमान के अनुसार इन बच्चों की संख्या ढाई लाख से अधिक है।
कलोनी फाउंडेशन फॉर जस्टिस विद गूगल के सहयोग से तीन हजार बच्चों की शिक्षा में मदद के लिए 22 लाख 50 हजार डॉलर दिए जाएंगे, जबकि एचपी की ओर से दस लाख डॉलर की प्रौद्योगिकी अनुदान भी दिया जाएगा। यूनिसेफ के साथ साझा में सात निजी स्कूलों के उन बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए मदद दी जाएगी जो इस समय स्कूलों से बाहर हैं।
जॉर्ज कलोनी का कहना था कि शरणार्थियों और लेबनान बच्चों को शिक्षा देने के लिए प्रौद्योगिकी की मदद भी प्रदान की जाएगी। जॉर्ज और अमल कलोनी ने अपने बयान में कहा है कि ‘हजारों सीरियाई बच्चे जोखिम में हैं और यह जोखिम समाज के लिए उपयोगी नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि ‘हम पूरी एक पीढ़ी को खोना नहीं चाहते क्योंकि यह उनका दुर्भाग्य था कि वह एक गलत जगह पर बुरे समय में पैदा हुए।