VIDEO: 3 नहीं 250 सिलेंडर भीख मांगकर लाया था, आज मीडिया की वजह से मेरे परिवार को छुपना पड़ रहा है: डॉ कफील

गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल हादसे के बाद निलंबित डॉक्टर कफील खान ने एक वीडियो जारी किया है । 10 अगस्त को ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने के बाद 48 घंटे के अंदर 30 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी । ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने के बाद इंसेफेलाइटिस विभाग के इंचार्ज डॉ कफील खान ने अपनी कोशिश से ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतज़ाम किया था । लेकिन बाद में उन्हें निलंबित कर दिया गया ।

डॉ कफील ने अब अपना एक वीडियो जारी किया है जिसमें वो डीजीएमई डॉ के के गुप्ता के दावों को गलत बता रहे हैं । डॉ कफील ने कहा कि चीफ सेकेट्री की रिपोर्ट आ गई है लेकिन इस सबके बीच मुझ पर ना जाने कितने आरोप लगाए गए हैं, उनके पेशे पर सवाल उठाए गए हैं । वीडियो में कफील ने कहाकि वो लगातार अधिकारियों से ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भीख मांगते रहे लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी और बच्चों की जान चली गई ।

डॉ कफील खान ने कहाकि डीजीएमई डॉ केके गुप्ता ने दावा किया है कि अस्पताल में 52 ऑक्सीजन सिलेंडर थे और डॉक्टर कफील अपनी कोशिशों से सिर्फ 3 सिलेंडर लाए । डॉ कफील ने कहा कि मैं 24 घंटे में 250 सिलेंडर लेकर आए जबकि शाम 6 बजे तक कोई बंदा नहीं था । डॉ कफील बताते हैं कि वो रात से दिन तक दौड़ते रहे कि कहीं से ऑक्सीजन सिलेंडर मिल जाए ।

डॉ कफील ने कहाकि उन्होंने दोपहर को ही डीएम को अस्पताल की हालत के बारे में बता दिया था और ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतज़ाम करने की अपील की थी । कफील कहते हैं कि सीएमओ को भी फोन किया था, एडी हेल्थ को फोन किया था । डिस्ट्रिक्ट अस्पताल में फोन किया था कि 50 सिलेंडर ही दे क्योंकि बच्चे मर रहे हैं । डॉ कफील बताते हैं कि वो सबसे भीख मांगते रहे कि सिलेंडर का इंतज़ाम कर दें क्योंकि ऑक्सीजन की कमी से बच्चे मर रहे हैं । लेकिन किसी ने मदद नहीं की । सीमा सुरक्षा बल ने ज़रूर फौरन एक ट्रक दे दिया है ।

डॉ कफील का दर्द उनके चेहरे पर साफ़ नज़र आ रहा था वो कहते हैं कि आज मेरे पूरे परिवार को छुपना पड़ रहा है । मेरी अम्मी हज पर गईं हैं वो हमारी सुरक्षा को लेकर परेशान हो रही हैं । डॉ कफील कहते हैं कि मुझे नहीं पता कि मेरी कोशिशों से कितने बच्चों की जान बची है लेकिन अगर दस बच्चों की जान भी बची है तो मुझे खुशी है कि मैंने अपना फर्ज पूरा किया ।

मीडिया में ख़ुद को लेकर आ रही नाकारात्मक खबरों को लेकर भी कफील नाराज़ दिखे । उन्होंने कहाकि जब भी मीडिया में अपनी बुराइयां देखता हूं तो एक ही बात हिम्मत देती है कि मैंने बच्चों की जान बचाई भले ही 10 ही बच्चे हैं उन बच्चों के मां-बाप की दुआएं मेरे साथ रहेंगी उम्र भर,बाकी तो अल्लाह देखता ही है ।

 

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