जाति नहीं विचारधारा की बुनियाद पर लड़ रही हूं राष्ट्रपति चुनाव: मीरा कुमार

नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने अपने अभियान की शुरूआत ‘साबरमती आश्रम’ से करने का एलान किया है। उन्होंने निर्वाचन के सभी सदस्यों से ‘ज़मीर की आवाज’ पर वोट डालने की अपील की है। वह कहती हैं मैं यह उच्च संवैधानिक पद का चुनाव जाति नहीं बल्कि विचारधारा के आधार पर लड़ रही हूं।

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खबर के मुताबिक सुश्री कुमार ने उम्मीदवार बनने के बाद आज यहां अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। वह कल सुबह 11 बजे संसद भवन में अपना नामांकन करेंगी।

30 जून को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आश्रम साबरमती से अपने अभियान की शुरुआत करेंगी। उन्होंने कहा कि 17 प्रमुख विपक्षी दलों ने गठबंधन और सामान्य विचारधारा के आधार पर उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है। यह विचारधारा सामाजिक न्याय, बहुआयामी समाज, प्रेस की आज़ादी, गरीबी का खात्मा और जाति व्यवस्था के विनाश पर आधारित है। और यह मूल्य उनके दिल के करीब हैं जिन पर उनका गहरा विश्वास है।

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने दो दिन पहले इलेक्टोरल कॉलेज के सभी सदस्यों को पत्र लिखकर उन्हें वोट देने की अपील की है। पांच बार सांसद रहे सुश्री कुमार ने इन सदस्यों से कहा कि इतिहास ने उनके सामने अद्वितीय अवसर प्रदान किया है और उन्हें दूसरी चीजों को भुलाकर ज़मीर की आवाज पर उनका समर्थन करना चाहिए।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा श्री कोविंद का समर्थन करने से संबंधित सवाल पर सुश्री कुमार ने कहा कि राजनीति में यह बातें होती हैं और इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या वे अपने निर्णय पर पुनर्विचार की अपील करेंगे, सुश्री कुमार ने कहा कि उन्होंने नीतीश सहित सभी को पत्र लिखा है और अब गेंद उन सबके पाले में है।