जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग करने को लेकर उठ रहे सवालों के बीच राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की ओर से उन पर सज्जाद लोन की सरकार बनाने का दबाव बनाया जा रहा था जिस कारण यह फैसला लिया गया।
श्रीनगर में एक कार्यक्रम में राज्यपाल मलिक ने कहा कि केंद्र चाहता था कि सज्जाद लोन को जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री बनाया जाए लेकिन मैं नहीं चाहता कि लोग मुझे बेईमान कहे। उन्होंने कहा कि मैं विधानसभा भंग करने के फैसले से संतुष्ट हूं मुझे अब कोई परवाह नहीं है।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में बीजेपी ने पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया था, जिसके बाद वहां राज्यपाल शासन लागू है। राज्यपाल शासन की मियाद पूरी होने जा रही थी, जिसके मद्देनजर राज्य में सरकार बनाने को लेकर जोड़-तोड़ चल रही थी।
इसी के मुद्देनजर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भंग करने का फैसला किया। राज्यपाल के इस निर्णय पर राजनीतिक दल सवाल उठा रहे हैं।
साभार- ‘पंजाब केसरी’