चेन्नई। केरल की नौ मुस्लिम लड़की हादिया को सोमवार के दिन सुप्रीम कोर्ट ने कॉलेज जाकर अपनी पढ़ाई पूरी करने की इजाजत दी है, लेकिन उसने कहा कि वह अभी भी आजाद नहीं है। हादिया कहती हैं कि मैंने जो कुछ मांगा मुझे नहीं मिला। मैं अदालत के आदेश का इंतजार कर रही हूं ताकि पता चल सके कि यह मेरे लिए एक जेल तो नहीं होगी। मैं उस वयक्ति से मिलने की आज़ादी चाहती हूँ जिसने मुझ से प्यार किया।
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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए हादिया को परिजनों की क़ैद से आज़ाद करते हुए उन्हें कॉलेज में जाने और शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति दी है। सुप्रीम कोर्ट ने सलीम में स्थित शिवराज होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के डीन को उनका अभिभावक बनाया है। और उन्हें किसी भी तरह की समस्याओं के लिए अदालत में जाने की अनुमति दी है।
अदालत ने कोलेज प्रशासन से हादिया के साथ अन्य छात्रों जैसा व्यवहार करने को कहा है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया है कि हादिया अपने पति शाफीन से मिल सकती हैं या नहीं। मंगलवार की शाम को सलीम पहुंची हादिया ने कहा कि वह अपने पति शाफीन से मिलना चाहती हैं। कॉलेज में पत्रकारों से बात करते हुए हादिया ने कहा कि मैंने कॉलेज प्रशासन से अपने पति से मिलने की इजाजत मांगी है। मुझे उम्मीद है कि वह इजाजत देंगे।