आईसीएसई बोर्ड ने मस्जिदों में होने वाली अज़ान दो ध्वनि प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया है। बोर्ड की इस अजीबोगरीब हरकत के लिए समुदाय के लोगों ने बोर्ड के खिलाफ काफी नाराजगी जताई है।
दरअसल आईसीएसई बोर्ड ने कक्षा 6 के किताब में कहा है कि मस्जिदों में होने वाली अज़ान के कारण देश में ध्वनि प्रदूषण फ़ैल रहा है।
सेलिना पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित इस किताब में ध्वनि प्रदूषण के पाठ पर एक तस्वीर लगी दिखाई गई है, जिसमें ध्वनि प्रदूषण के लिए गाड़ियों, कारों, विमानों को जिम्मेदार ठहराने के साथ और मस्जिद का नाम भी शामिल किया गया है।
इस तस्वीर में एक आदमी ने मस्जिद के सामने से गुज़रते हुए अपने कान को बंद करते हुए दिखाया गया है।
किताब के इस पेज की तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। इससे नाराज लोगों ने बोर्ड पर किताबों के जरिए इस्लाम को बदनाम करने का आरोप लगाया है।
हालाँकि विवाद बढ़ने के बाद प्रकाशन के मालिक हेमंत गुप्ता ने इसे ‘गलती’ करार देते हुए इस पर माफ़ी मांगी है। उन्होंने कहा है कि वह अगले संस्करणों में इस गलती को सुधारेंगे।
लेकिन भारत भर के स्कूलों में हजारों पुस्तकों को वापस लेने का कोई वादा नहीं किया है।