पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी हत्या: सऊदी अरब ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि वह पत्रकार जमाल खशोगी की मौत झगड़े में होने के सऊदी अरब के स्पष्टीकरण पर भरोसा करते हैं और उन्होंने खाड़ी देश द्वारा 18 लोगों की गिरफ्तारी को ‘पहला सराहनीय कदम’ भी बताया।

सऊदी अरब ने शनिवार को 60 वर्षीय खशोगी के शव के बारे में कोई जानकारी दिए बिना कहा कि इस्तांबुल स्थित उसके वाणिज्य दूतावास में झगड़े के बाद उनकी मौत हो गई थी।

अटॉर्नी जनरल शेख साद-अल-मोजेब ने एक बयान में कहा, प्रारंभिक जांच में पता चला कि खशोगी और उनसे मिलने वाले लोगों के बीच इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में हुई चर्चा पहले विवाद और बाद में लड़ाई में बदल गई, जिसके बाद जमाल खशोगी की मौत हो गई। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।

सरकार ने बताया कि 18 सऊदी नागरिकों को आगे की जांच के लिए गिरफ्तार किया गया जबकि सऊदी खुफिया विभाग के उपनिदेशक अल-असीरी को पद से हटा दिया गया।

सऊदी अरब की सफाई पर उनके विश्वास के संबंध में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, मुझे यकीन है।उन्होंने कहा कि एक बार फिर यह पूछना जल्दबाजी है। हमने अपनी समीक्षा, हमारी जांच खत्म नहीं की है. लेकिन मेरे विचार में यह एक सराहनीय पहला कदम है।

ट्रंप ने कहा कि सऊदी अधिकारियों के साथ बातचीत जारी रहेगी, जिसमें खशोगी की मौत के पीछे की घटनाओं के उनके ब्योरों पर सवाल उठाना शामिल होगा।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि खशोगी की मौत की पुष्टि के बारे में सुनकर हम दुखी हैं और हम उनके परिवार, मंगेतर एवं दोस्तों के प्रति गहरी सहानुभूति प्रकट करते हैं। हत्या के संबंध में जांच शुरू कर दी गई है।

खशोगी की मौत की पुष्टि करने वाला सऊदी अरब का बयान कुछ अमेरिकी सांसदों को विश्वसनीय नहीं लग रहा है जो इस घटना के लिए देश को जिम्मेदार ठहराने की मांग कर रहे हैं।

हाउस ऑफ फॉरन अफेयर्स कमिटी रैंकिंग मेंबर इलियट एंजेल ने घटना का पूरा ब्यौरा मांगा। वहीं सांसद जिम कोस्टा ने कहा कि वह खशोगी की हत्या में सऊदी अधिकारियों के शामिल होने की खबरों से स्तब्ध हैं। कांग्रेस सदस्य एरिक स्वालवेल ने सवाल किया ‘शव कहां है’?