इन्डियन सिनेमा का सबसे बड़ा अवार्ड समारोह आईफा का आयोजन 14-15 जुलाई को अमेरिका के न्यू जर्सी में किया गया। इस बार के आईफा अवॉर्ड्स में बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड सोनम कपूर की ‘नीरजा’ को गया और बेस्ट एक्टर ‘उड़ता पंजाब’ के लिए शाहिद कपूर को चुना गया। ‘उड़ता पंजाब’ के लिए आलिया भट्ट को बेस्ट एक्ट्रेस की ट्रॉफी मिली।
जबकि भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे ज्यादा (लगभग 2 हज़ार करोड़) कमाई करने वाली आमिर खान स्टारर फिल्म ‘दंगल’ को अवार्ड तो क्या नोमिनेशन तक नहीं मिली। जबकि दंगल ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा कमाई की। कमाई के मामले में कई होलीवुड फिल्मों को भी पीछे छोड़ दिया।
इस फिल्म में आमिर खान की एक्टिंग के साथ साथ उन दोनों लड़कियों (फातिमा सना शेख-जायरा वसीम खान) की एक्टिंग को बहुत सराहा गया। देश-विदेश में आमिर खान और इन ऐक्ट्रेस की खूब तारीफें हुई। ऐसे में आईफा के आयोजकों को तो इन्हें अवार्ड देना ही था।
लेकिन आईफा के आयोजकों का कहना है कि ‘दंगल’ के मेकर्स ने वोटिंग में फिल्म को नहीं आने दिया था। आइफा अवॉर्ड करवाने वाली कंपनी विज़क्राफ्ट इंटरनेशनल के डायरेक्टर आंद्रे टिमिन्स ने बयान जारी करके खुलासा किया है।
उनका कहना है कि दरअसल आईफा के लिए अलग-अलग प्रोडक्शन हाउस में फॉर्म भेजे जाते हैं। निर्माता उन फॉर्म को भरते हैं और हमें वापस भेजते हैं। इन फॉर्म को उसके बाद वोटिंग के लिए फिल्म इंडस्ट्री के बीच रखा जाता है और यही नामांकन हो जाता है।
दंगल ने अपनी एंट्री ही नहीं भेजी थी। हम आमिर खान और (दंगल की) उन दोनों लड़कियों (फातिमा सना शेख़, ज़ायरा खान) को पसंद करते हैं। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया था। लेकिन दुर्भाग्य से उन्होंने अपनी एंट्री ही नहीं भेजी। हमें बहुत दुख हो रहा है।