IIT-JEE में कुछ साल पहले तक भी मुस्लिम उम्मीदवारों(तल्ब) का तनासुब(अन) बिलकुल नहीं के बराबर था लेकिन IIT-JEE-2012 मैं सूरत-ए-हाल यकसर(जल्द) तबदील (बदल )गई है और तक़रीबन 400 मुस्लिम उम्मीदवारों(तल्ब) ने नुमायां कामयाबी हासिल की। जुमला 24,112 तलबा ने मुख़्तलिफ़ ज़मरों (स्टातेस) मैं रैंकस हासिल किए और उन में 391 मुस्लिम उम्मीदवार(तल्ब) हैं।
मुहम्मद हफ़ीज़ अलरहमन ने सब से ज़्यादा 159 रैंक हासिल किया और शुऐब ख़ां ने सब से आख़िरी 18,408 रैंक हासिल किया। इस अहम मसह बिकती शोबा में मुस्लिम उम्मीदवारों(तल्ब) की नुमायां कामयाबी का सहरा उन कोचिंग सैंटरस के सर भी जाता है जिन्हों ने गुज़श्ता पाँच साल के दौरान तलबा को मसह बिकती इम्तहानों में शिरकत केलिए तैय्यार किया।
बिलख़सूस मौलाना मुहम्मद वली अलरहमानी की ज़ेर-ए-क़ियादत रहमानी फ़ावनडीशन ने रीसीडनशील कोचिंग सैंटर क़ायम करते हुए मुस्लिम तलबा केलिए तमाम सहूलतें मुहय्या की। जारीया साल इस सैंटर के 16 तलबा ने कामयाबी हासिल की है। IIT-JEE का 8 अप्रैल 2012 को अमल में आया जिस में 9,600 नशिस्तों ( सीट्स )केलिए 5.6 लाख से ज़ाइद उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था