“पुरस्कार” लेने नहीं पहुंचे बेटा खोने वाले इमाम मौलाना राशिद, कहा रमज़ान की इबादत में व्यस्त हूँ

कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से “बंगा भूषण पुरस्कार” लेने इमाम मौलाना इम्दादुल्ला राशिदी नहीं पहुंचे। मौलाना ने कहा कि वह रमजान के पवित्र और धन्य महीने में कोलकाता की यात्रा करने में असमर्थ हैं।

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मौलाना ने कहा कि रमजान इबादत का महीना है और वह इस महीने में इबादत के अलावा अन्य किसी गतिविधि में शामिल नहीं हो सकते। इसलिए वह बंगाल सरकार की ओर से पुरस्कार लेने नहीं जा रहे हैं।

गौरतलब है कि आसनसोल दंगे में मौलाना राशिदी ने अपना जवान बेटे को खो दिया था। जबकि उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर मेरे की वजह से हिंसा भड़का तो मैं शहर छोड़ कर चला जाऊंगा और कभी नहीं लौटूंगा। इस पूरे मामले के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी प्रतिबद्धता और मनोबल को सराहते हुए मौलाना की शांति अपील से प्रभावित होकर उन्हें बंगा भूषण पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला किया था लेकिन रमज़ान की वजह से वह इसे प्राप्त नहीं कर कर पाएंगे।