लखनऊ: नवम्बर 2016 में नोटबंदी के फैसले बाद सरकार का दावा था कि इससे कालाधन पर लगामे लगेगा और भ्रष्टाचार कम होगा लेकिन कालेधन और भ्रष्टाचार का दावा कुछ अलग ही साबित हो रहा है। इंकमटैक्स ने उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के महाप्रबंधक, परिवहन विभाग, वाणिज्य कर के जॉइंट कमिश्नर तथा सिद्धार्थनगर के उसका बाजार नगर पंचायत चेयरमैन के ठिकानों पर छापेमारी की जिसमें बड़ी मात्रा में कालेधन मिला है। इंकमटैक्स ने नगर पंचायत चेयरमैन के बैंकों में डिपॉजिट दो करोड़ रुपये सीज की दिए हैं और 10 करोड़ की काली कमाई के निवेश के दस्तावेज जब्त किए है। अन्य स्थानों पर भी ऐसी ही कार्रवाई की गई है। यूपी राजकीय निर्माण निगम के जीएम शिव आसरे शर्मा के आवास और अन्य ठिकानों पर आयकर विभाग की मंगलवार सुबह से शुरू हुई छापेमारी बुधवार सुबह तक चली। टीमों ने देहरादून, ऋषिकेश और आजमगढ़ स्थित उनके आवास पर छापे मारे। देहरादून में शिव आसरे शर्मा से लंबी पूछताछ भी हुई। जांच में जीएम की संपत्ति करीब 18.50 करोड़ की पाई गई है। उसके पास 10 करोड़ का फार्म हाउस महंगी कारें, रेंज रोवर, ऑडी, बीएमडब्ल्यू भी है। घर में 15 एलईडी टीवी मिली जिनकी कीमत 50 हजार से पांच लाख रुपये तक है। जीएम के दो लॉकर सील किए गए हैं।