नई दिल्ली: कांग्रेस ने नोटबंदी से देश में नक्सलवाद और आतंकवाद की घटनाओं में कमी आने के सरकार के दावे को खोखला बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सिर्फ भाषणाबाजी कर डींगे हांकती रही और आंतरिक सुरक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए।
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि नोटबंदी के बाद नक्सली घटनाएं कम होने की बजाय तेजी से बढ़ी हैं। गृहमंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इस साल 250 नक्सली हमले हुए हैं और इनके तहत 56 बारूदी सुरंगों में विस्फोट की घटनाएं हुईं. इनमें सुरक्षा बल के 69 जवान शहीद हुए और 86 स्थानीय नागरिक मारे गए हैं।
इसी तरह से आतंकवाद की घटनाएं भी बढ़ी हैं। झारखंड तथा छत्तीसगढ की सीमा पर बोधा पहाड़ क्षेत्र में वीरवार को हुए नक्सली हमले को अत्यधिक गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि इस घातक हमले में सात जवान घायल हुए हैं।
शुक्ला ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से नोटबंदी के बाद नक्सली हमलों में बढ़ोतरी होने के कारणों और इन्हें रोकने के लिए जा रहे उपायों की जानकारी देश की जनता को देने की मांग की.