मुंबई एटीएस ने कम से कम 8 देसी बम नालासोपारा में रहने वाले सनातन संस्थान कार्यकर्ता के घर से बरामद किए हैं। स्कवॉयड को विस्फोटक बनाने का कच्चा माल भी पड़ोस की दुकान से बरामद हुआ है। सूत्रों के अनुसार पास की दुकान से मिले कच्चे माल में बहुत बड़ी संख्या में गन पाउडर, डेटोनेटर हैं। जिनसे दो दर्जन बम पर्याप्त मात्रा में बनाए जा सकते हैं।
Early morning visuals from Vaibhav Raut's residence in Mumbai's Nala Sopara area from where Anti-Terrorism Squad (ATS) recovered some suspicious material yesterday. Vaibhav Raut detained. More details awaited. #Maharashtra pic.twitter.com/fVeZVQRuAc
— ANI (@ANI) August 10, 2018
जांचकर्ता अब इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इन विस्फोटकों का स्रोत क्या है और राउत कहां इनका प्रयोग करने वाला था। सूत्रों का कहना है कि एटीएस की टीम ने राउत पर पिछले कुछ समय से नजरें रखी हुई थीं और उन्होंने डॉग स्कवॉयड और फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर गुरुवार रात को उसके घर पर छापा मारा। सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।
एटीएस ने वैभव राउत को गिरफ्तार कर लिया है। उसे भोईवाडा कोर्ट के सामने आज दोपहर तक पेश किया जाएगा। सनातन संस्थान की स्थापना 1999 में जयंत बालाजी अठावले ने की थी। सनातन संस्थान से जुड़े लोगों को चार जगहों- वाशी, ठाणे, पनवेल (सभी 2007 में हुए) और गोवा (2009 में) धमाकों, साल 2013 में नरेंद्र दाभोलकर की हत्या और 2015 में गोविंद पनसारे औप एमएम कलबुर्गी की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
हालांकि दिसंबर 2015 को गृह राज्य मंत्री ने राज्यसभा में सूचित किया था कि नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पनसारे और एमएम कलबुर्गी की हत्या करने का कोई लिंक नहीं मिला है। दाभोलकर का परिवार तीनों हत्याओं के पीछे लिंक होने का दावा करते हुए कोर्ट को तीनों मामलों की एकसाथ जांच करने के लिए कह रहा है। वहीं केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने हाईकोर्ट से कहा है कि वह तीनो मामलों की एकसाथ जांच करने के लिए स्कॉटलैंड यार्ड की बैलिस्टिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।