देश की जनता का मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए आरएसएस ने नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) का मामला उठा दिया है जिससे 40 लाख लोग ‘बेघर’ हो गए हैं। ये वो लोग हैं जो भारतीय नागरिकता के वैध दस्तावेज साबित करने में सफल नहीं रहे।
इस मामले को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था राजीव गांधी ने 1985 में असम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जोकि एनआरसी की तरह का था। उनके पास इसे लागू करने की हिम्मत नहीं थी, हमने कर दिया।’ एनआरसी की जो लिस्ट जारी की गई है वह अंतिम लिस्ट नहीं है।
वहां लोगों का नागरिकता साबित करने का अभी भी मौका है। अब नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स के मामले को लेकर अमित शाह से लेकर भाजपा का हर कोई नेता इसका क्रेडिट खुद ही लेने में जुटा हुआ है। इससे साफ़ है कि देश की जनता का मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस मुद्दे का सहारा लिया गया है।
तेलुगु देशम द्वारा लोकसभा में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान 11 घंटों की लंबी बहस चली जिसके बाद मोदी सरकार ने सदन में अपना बहुमत साबित कर दिया है लेकिन इसमें राहुल गाँधी ने जिस तरह सत्तापक्ष को घेरा, उसके बाद भाजपा नेता राहुल के पीछे पड़े हैं।
इस दौरान राहुल गांधी ने संसद में आंख मार दी जो चर्चा का विषय बन गई। उन्होंने सरकार की हर क्षेत्र में विफलता पर प्रहार किया जिससे भाजपा तिलमिला गई। राहुल राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने राफेल डील को लेकर देश से झूठ बोला है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री बाहर तो जाते हैं लेकिन सिर्फ ओबामा जी से मिलने, ट्रंप जी से मिलने। उनके इस भाषण के बाद पूरे सदन में हंसी गूंज गई इसके बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी बात जारी रखी। कांग्रेस अध्यक्ष ने नोटबंदी का मामला, महंगाई, किसानों की समस्या और जनहित वाले मुद्दों पर सरकार पर हमला किया था।
उन्होंने अरबों रूपये का घोटाला करके भागने वालों के साथ उद्योगपति अम्बानी का भी जिक्र किया था। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब मोदी ईमानदार नहीं रहे, इसलिए वह मुझसे नजर नहीं मिला पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश ने देखा कि मैंने साफ-साफ बोला है इसलिए मोदी मुझसे नजर नहीं मिला पा रहे हैं।
राहुल गांधी ने रोजगार के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा कि चीन 24 घंटे में 50 हजार युवाओं को रोजगार देता है और आप 24 घंटे में सिर्फ 400 युवाओं को रोजगार देते हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने जेब में हाथ डालकर कारोबारियों से पैसा लिया।
वह सिर्फ सूटबूट वाले लोगों को बात करते हैं। पीएम मोदी 10-20 बड़े कारोबारियों के लिए सबकुछ करते हैं। उन्होंने एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 15 लाख रुपये के वादे का क्या हुआ? पीएम मोदी मोदी ने दो करोड़ रोजगार देने की बात की थी लेकिन सिर्फ चार लाख लोगों को रोजगार मिला।
बेरोजगारी हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा है। जीएसटी के जरिए आपने करोड़ों लोगों को बर्बाद दिया क्योंकि आपने उसे ठीक से लागू नहीं किया। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) का मामला कुल मिलाकर तीन तलाक़, हलाला, बहुविवाह आदि मुद्दे इसी नाटक की कड़ियाँ हैं, बिजली तो बेचारे मुसलमानों पर ही गिरनी है।
(लेखक : उबेदुल्ला नासिर)