पाकिस्तान के साथ विदेश मंत्री स्तर की वार्ता को रद्द करने के बाद भारत ने अब पाक से बुरहान वानी के नाम पर डाक टिकट जारी करने को लेकर आपत्ति जताई है। भारत ने पाकिस्तान से इन डाक टिकटों को वापस लेने की मांग की है। पाकिस्तान के डाक विभाग ने हाल ही में टिकट जारी किए हैं, जिनमें 2016 में मारे गए हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी समेत कई अन्य आतंकियों को हीरो बताया गया है।
कूटनीतिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान से कहा गया है कि वह तत्काल प्रभाव से इन डाक टिकटों को वापस ले। संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर विदेश मंत्रियों सुषमा स्वराज और शाह महमूद कुरैशी के बीच वार्ता को रद्द किए जाने को लेकर भारत ने इन डाक टिकटों को भी एक वजह बताया है। पहली बार इन टिकटों को इस साल जुलाई में जारी किया था। लेकिन भारतीय अथॉरिटीज का कहना है कि पाकिस्तानी पीएम के प्रस्ताव के बाद विदेश मंत्री स्तर की वार्ता तय करने के दौरान एक बार फिर से इन्हें जारी किया गया।
भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ने इन 20 डाक टिकटों को जारी कर आतंकियों को महिमामंडित करने का काम किया है। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान अपने रवैये में सुधार नहीं करने वाला है। वार्ता के ऐलान के 24 घंटे बाद इसे रद्द किए जाने को लेकर भारत ने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकियों ने ही भारतीय सैनिकों की हत्याएं कीं। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवान की क्रूर हत्या के लिए भारत ने पाक को जिम्मेदार ठहराया है, हालांकि उसने ऐसी किसी भी हरकत से पल्ला झाड़ा है।
बीएसएफ के डीजी के.के. शर्मा ने इसी शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान की बॉर्डर ऐक्शन टीम की फायरिंग में बीएसएफ जवान शहीद हुए थे। इस बीच पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने बीएसएफ के सीनियर अधिकारियों के साथ मीटिंग का ऑफर दिया था। पाक ने आरोप लगाया कि भारत ने उसके इस ऑफर को खारिज कर दिया। पाकिस्तान ने कहा कि किसी के लिए भारतीय सैनिक की हत्या करने और उसके शव के साथ क्रूरता करना संभव नहीं है क्योंकि जिस जगह उनकी हत्या की बात की जा रही है, जब जगह भारतीय बंकर के एकदम करीब है।