नफरत की राजनीति के मुंह पर तमाचा- रमज़ान में मुस्लिमों को इफ्तार कराएंगे अंकित सक्सेना के पिता

जब देश में नफरत की राजनीति अपने चरम पर है ठीक उसी वक्त कुछ लोग समाज में प्रेम का प्रसार कर रहे हैं। 3 फरवरी, 2018 राजधानी दिल्ली में 22 वर्षीय अंकित सक्‍सेना की गला रेतकर हत्या कर दी गई। अंकित एक मुस्लिम लड़की से पिछले तीन साल से प्रेम कर रहा था।

लड़की के परिजनों को ये रिश्ता पसंद नहीं था इसलिए उन्होंने अंकित को बीच सड़क पर मार दिया था। 23 वर्षीय फोटोग्राफर अंकित के पिता यशपाल सक्सेना (59) हैं। बेटे की हत्या को अभी मात्र 3-4 महीने ही हुए हैं और यशपाल मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए 3 जून को अपने इलाके, पश्चिम दिल्ली के रघुबीर नगर में इफ्तार करवाएंगे।

अंकित के नाम पर बनाई जाने वाली ट्रस्ट के बैनर तले इफ्तार का यह पहला कार्यक्रम माना जा सकता है। ट्रस्ट ऐसे युवकों की मदद कर्ज जो अपने धर्म से से बाहर शादी करने के इच्छुक हैं।

उन्होंने कहा कि इफ्तार के लिए व्यवस्था अन्य परिवार के सदस्यों, दोस्तों के साथ ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा की जा रही है, चूंकि हम इन मामलों में अनुभवहीन हैं, इसलिए हम समान विचारधारा वाले लोगों से मदद लेंगे।

इफ्तार का आयोजन स्थानीय पार्क में आयोजित किया जाएगा। यशपाल ने कहा, हम स्थानीय पुलिस अधिकारी, समेत अतिथि सूची में कुछ गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों भी शामिल हैं। केवल समान विचारधारा वाले लोगों को ही आमंत्रित किया जायेगा।

अंकित के पिता का कहना है कि वो यह इफ्तार प्यार को बढ़ावा देने, नफरत को कम करने के लिए और अपने बेटे की विरासत को जिंदा रखने के लिए करवा रहे हैं। ये इफ्तार प्यार के लिए और प्यार करने वालों के लिए करवाया जा रहा है। अंकित भी अपने पिता की तरह ही था।

उसने प्यार करने से पहले धर्म नहीं देखा। आज भी अंकित की फेसबुक वॉल पर वो तस्वीरें मौजूद हैं जिनमें वो अपने दोस्तों के साथ मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे में प्रार्थना करते हुए दिख रहा है।

अंकित के माता-पिता प्रेम करने वालों के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं। इन्होंने अंकित की याद में ट्रस्ट खोलने का फैसला किया है। उनका ट्रस्ट शांति के लिए काम करेगा। ये ट्रस्ट उन लोगों की भी मदद करेगा जो दूसरे धर्म या जाति के लड़के या लड़की के साथ शादी करना चाहते हैं।